A
Hindi News भारत राजनीति अध्यादेश पर रुख साफ नहीं तो साथ नहीं! केजरीवाल की चाय को राहुल ने ठुकराया; विपक्षी मौर्चा में हुआ पहला छेद

अध्यादेश पर रुख साफ नहीं तो साथ नहीं! केजरीवाल की चाय को राहुल ने ठुकराया; विपक्षी मौर्चा में हुआ पहला छेद

पटना में सारा विपक्ष जुटा तो था कि लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी के खिलाफ एकता का संदेश देंगे लेकिन मीटिंग जो हुआ उससे महागठबंधन के धागे खुलते नजर आ रहे हैं। सूत्रों ने बताया है कि अरविंद केजरीवाल ने अध्यादेश पर कांग्रेस से साथ मांगा था लेकिन ये प्लान फेल हो गया।

जो विपक्ष नरेंद्र मोदी के विरुद्ध लड़ने के प्लान बना रहा है, उसी महागठबंधन में गृहयुद्ध शुरू हो गया है। पटना में जो घटना हुई उसके कुछ बड़े दिलचस्प लेकिन पॉलिटिकल मायने में जबरदस्त डिटेल आज सामने आए हैं। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि राहुल गांधी को मनाने के लिए अरविंद केजरीवाल ने सारी कोशिश कर ली। अरविंद केजरीवाल ने राहुल से यहां तक कह दिया कि एक बार मिलिए। चाय तो पिला दीजिए। 

राहुल बोले- मिलने की इतनी बेताबी क्यों?
अरविंद केजरीवल के इस ऑपर पर राहुल गांधी ने कहा, मुझसे मिलने की इतनी बेताबी क्यों है... इंतजार कीजिए, बताएंगे। इसके बाद केजरीवाल ने राहुल के सामने हाथ जोड़कर कहा कि एक बार साथ बैठते हैं, सारी शिकायत दूर हो जाएगी। लेकिन राहुल बोले कि मुझसे मिलने की ऐसी बेसब्री का मतलब है आप कुछ मिसचीफ यानि शरारत सोच रहे हैं। ये सब बाहर आने के बाद साफ है कि कांग्रेस और केजरीवाल के बीच दाल गल नहीं पा रही है। दल ही नहीं मिले... दिल मिलने की बात तो बहुत दूर है। 

Image Source : PTIपटना में बैठक के दौरान भी राहुल और केजरीवाल एकदम अलग-अलग बैठे दिखे

मीटिंग में क्या बात हुई, ये जानिए...
कल 12 बजे मीटिंग शुरू हुई, बोलने वालों में दूसरा नम्बर अरविंद केजरीवाल का था, ऑर्डिनेंस पर बात रखी गई, दिल्ली की सीएम ने राहुल गांधी से सीधा कहा कि एक कप चाय तो पिला दीजिए, जब बैठेंगे तो आपके मन में जो बात है वो सामने आ जायेगी, आप अध्यादेश पर खुलकर साथ आने की बात कह दीजिये लेकिन मल्लिकार्जुन खड़गे आप के प्रवक्ता का एक बयान लेकर आ गए, दोनों तरफ से आरोप लगे और बात नहीं बनी।

विपक्षी मोर्चा में केजरीवाल ने किया पहला छेद
पटना मीटिंग से मिली जानकारी में जो बाते सामने आई है, केजरीवाल की खड़गे और राहुल गांधी से जिस अंदाज में बात हुई उसके बाद से ही केजरीवाल ने क्या करना है ये डिसाइड कर लिया। मोदी विरोधी मोर्चा में पहला छेद केजरीवाल ने कर दिया। आम आदमी पार्टी के सूत्रों ने बताया कि राहुल की बातों से ऐसा लग रहा था कि वो पहले ही मन बना के आए हैं। कई पार्टियों के नेताओं ने भी राहुल गांधी से साथ देने को कहा लेकिन वह नहीं माने। और इसी के साथ केजरीवाल के प्रेस कांफ्रेस छोड़कर जाने की वजह तैयार हो गई। 

ये भी पढ़ें-

राजस्थान के सवाई माधोपुर में छात्रवृत्ति घोटाले का पर्दाफाश, लाखों रुपये किए गबन; 4 गिरफ्तार

पंचायत चुनाव को लेकर बंगाल में तैनात हुआ केंद्रीय सुरक्षा बल, चुनावी हिंसा में रोज हो रही मौतें
 

 

 

 

Latest India News