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Hindi News भारत उत्तर प्रदेश अखिलेश यादव ने कहा, बीजेपी सरकार ने कृषि सुधार नहीं ‘कृषि उजाड़ कानून’ बनाया है

अखिलेश यादव ने कहा, बीजेपी सरकार ने कृषि सुधार नहीं ‘कृषि उजाड़ कानून’ बनाया है

किसान आंदोलन के प्रति सरकार के रवैए पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को तीखी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की है।

Akhilesh Yadav, Akhilesh Yadav BJP, Akhilesh Yadav Farmers, Akhilesh Yadav Farm Bills- India TV Hindi Image Source : PTI FILE किसान आंदोलन के प्रति सरकार के रवैए पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को तीखी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की है।

लखनऊ: किसान आंदोलन के प्रति सरकार के रवैए पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को तीखी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की है। सरकार के रवैये की आलोचना करते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा कि अपने वादों से मुकरने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार से किसानों का भरोसा उठ गया है। अखिलेश ने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि बीजेपी सरकार ने कृषि सुधार नहीं बल्कि ‘कृषि उजाड़ कानून’ बनाया है और यह स्थिति खतरनाक है। उन्होंने कहा कि किसानों पर आंसू गैस के गोले दागना, ठंडे पानी की बौछार करना और लाठियाँ चलाना घोर निंदनीय है।

‘बीजेपी ने अपने ही देश में किसानों को बेगाना बनाया’
समाजवादी पार्टी द्वारा जारी किए गए अखिलेश यादव के बयान के मुताबिक, यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा सरकार की कृषि विरोधी नीतियों के चलते देश का किसान समुदाय आंदोलित और आक्रोशित है। उन्होंने कहा कि अन्नदाताओं की मांगों पर सकारात्मक रूख अपनाने के बजाय उन पर आंसू गैस के गोले दागना, ठंडे पानी की बौछार करना और लाठियां चलाना घोर निंदनीय है। यादव ने कहा कि लगभग 70 प्रतिशत भारत कृषि पर निर्भर है, फिर भी अपने ही देश में भारतीय जनता पार्टी ने किसानों को बेगाना बना दिया है। अखिलेश ने कहा कि किसानों के अधिकारों को कुचलने के लिए भाजपा सरकारी आतंक का सहारा ले रही है।

‘सभी फसलों की खरीद MSP पर ही होनी चाहिए’
अखिलेश ने कहा, ‘किसानों की आय दोगुनी करने, उनकी फसल के उत्पादन लागत का डेढ़ गुना देने जैसे वायदे भाजपा सरकार की जुमलेबाजी बनकर रह गए हैं। समाजवादी पार्टी ने प्रारम्भ से ही कृषि सम्बंधी तीनों कानूनों को किसान विरोधी बताते हुए उनको तत्काल वापस लिए जाने की मांग की थी। सभी फसलों की खरीद MSP पर ही होनी चाहिए। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि किसान को घाटा न हो। किन्तु भाजपा का खेती-गांव-किसान से कभी रिश्ता ही नहीं रहा।’ यादव ने कहा कि शांतिपूर्ण अहिंसात्मक प्रदर्शन करना लोकतंत्र में लोगों का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन बीजेपी की सरकार तो किसानों की बात सुनने के बजाय अपनी हठधर्मी पर जमी है।

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