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Change religion after marriage: महिला पर शादी के बाद धर्म बदलने का दबाव, पीड़ित ने लगाई पुलिस से गुहार

Change religion after marriage: आजमगढ़ में महिला को शादी के बाद धर्म बदलने के लिए प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है। एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि यह मामला जलालपुर में दर्ज किया गया है। पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी आजमगढ़ में एक हिंदू व्यक्ति से हुई थी। शादी के बाद उसके पति और परिवार ने मुस्लिम तौर-तरीके अपनाया और उसे भी धर्म बदलने के लिए मजबूर किया।

महिला पर शादी के बाद धर्म बदलने का दबाव- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO महिला पर शादी के बाद धर्म बदलने का दबाव

Highlights

  • महिला पर शादी के बाद धर्म बदलने का दबाव
  • आजमगढ़ में एक हिंदू व्यक्ति से हुई थी शादी: पीड़ित
  • शादी के बाद उसके पति और परिवार ने मुस्लिम तौर-तरीके अपनाया: पीड़ित

Change religion after marriage: देश में तमाम कोशिशों के बाद भी शादी के लिए धर्म परिवर्तन कराने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का है, जहां के अंबेडकर नगर में एक महिला को शादी के बाद धर्म बदलने के लिए प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है। एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि यह मामला जलालपुर में दर्ज किया गया है। पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी आजमगढ़ में एक हिंदू व्यक्ति से हुई थी। शादी के बाद उसके पति और परिवार ने मुस्लिम तौर-तरीके अपनाया और उसे भी धर्म बदलने के लिए मजबूर किया। 

तमिलनाडु में पीड़ित ने की आत्मदाह की कोशिश

इससे पहले एक मामला तमिलनाडु से आया था। जहां रामनाथपुरम कलेक्टर ऑफिस के बाहर एक महिला ने आत्मदाह करने की कोशिश की। महिला का आरोप था कि उसे और उके परिवार को धर्म परिवर्तन करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इससे तंग आकर वह अपनी जान देना चाहती है। हालांकि पुलिस ने महिला को समय रहते रोक लिया। महिला का ये भी आरोप था कि उसने इस मामले को लेकर कई बार पुलिस से गुहार लगाई लेकिन सुनवाई नहीं हुई। 

हिंदू धर्म बदलकर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव

आत्मदाह करने की कोशिश करने वाली महिला ने बताया कि उसे हिंदू धर्म से ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उसके मना करने पर उसको प्रताड़ित किया जाता है। उसका रास्ता रोका जाता है। उसके खिलाफ झूठे मुकदमें दायर किए जाते  हैं। पीड़िता महिला का कहना था कि-  'कोर्ट ने मेरे पक्ष में फैसला सुनाया। फिर जब उसने पुलिस से संपर्क किया तो पुलिस ने कोई कार्वाई नहीं की।'

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