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Hindi News भारत उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh News: मुजफ्फरनगर जेल में हिंदू कैदियों के साथ 200 से ज्यादा मुस्लिम कैदी कर रहे नवरात्र का उपवास

Uttar Pradesh News: मुजफ्फरनगर जेल में हिंदू कैदियों के साथ 200 से ज्यादा मुस्लिम कैदी कर रहे नवरात्र का उपवास

Uttar Pradesh News: यूपी के मुजफ्फरनगर जिला जेल में धार्मिक सौहार्द की मिसाल सामने आई है। जेल में बंद 200 से ज्यादा मुस्लिम कैदियों ने अन्य हिंदू कैदियों के साथ नौ दिन तक चलने वाले नवरात्रि के उपवास रखे हैं।

Muzaffarnagar jail- India TV Hindi Image Source : PTI Muzaffarnagar jail

Highlights

  • मुजफ्फरनगर जेल में 200 से ज्यादा मुस्लिम कैदियों ने नवरात्र का रखा व्रत
  • जेल प्रशासन ने उपवास कर रहे कैदियों के लिए किया खासा इंतजाम
  • प्यार का जवाब केवल प्यार है, नफरत नहीं -मुस्लिम कैदी

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिला कारागार के 200 से अधिक मुस्लिम कैदी एकजुटता दिखाते हुए अन्य हिंदू कैदियों के साथ नवरात्र का उपवास कर रहे हैं। मुजफ्फरनगर जिला कारागार के जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि 218 मुस्लिम कैदी 1,104 हिंदू कैदियों के साथ सांप्रदायिक सौहार्द के लिए नवरात्र उपवास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला जेल में कैदियों को फल, दूध और 'कुट्टू' का आटा उपलब्ध कराने के लिए जेल प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है।

जेल प्रशासन ने कैदियों के लिए की जरूरी व्यवस्थाएं

जेल प्रशासन ने नवरात्रि के व्रत रखने वालों के लिए कैंटीन में खास इंतेजाम किए हैं। मुजफ्फरनगर के जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने कहा, 'कैंटीन में व्रत रखने वाले कैदियों के लिए कई तरह के फल, दूध, कुट्टू के आटे से बनी पूरियां, चाय और अन्य सामान उपलब्ध कराया गया है। उपवास रखने वाले कैदियों में से एक ने कहा कि यह "संस्कृति और धर्मों की एकता" में उनका गहरा विश्वास है जिसने उन्हें उपवास करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, "लोगों को सीखना चाहिए कि जेल में सांप्रदायिक सद्भाव कैसे मनाया जाता है? हम सभी को एक ही सांस्कृतिक परिवेश में एक साथ रहना और सह-अस्तित्व में रहना है।" 

हिन्दू भाईयों के प्रति हमारा प्यार -मुस्लिम कैदी

एक अन्य मुस्लिम कैदी ने कहा, "हम सांप्रदायिक सद्भाव की एक मिसाल कायम करते हुए गर्व महसूस करते हैं। अगर हिंदू भाई रमजान के दौरान उपवास कर सकते हैं, तो हम भी नवरात्रि के दौरान उपवास कर सकते हैं। प्यार का जवाब केवल प्यार है, नफरत नहीं।" जेल अधीक्षक ने कहा, "नवरात्रि या रमजान जैसे धार्मिक आयोजनों के दौरान हम अतिरिक्त सतर्क रहते हैं।" उन्होंने कहा, "हम ऐसे चीजों को बढ़ावा देते हैं जो कैदियों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव विकसित करने में मदद करें।"

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