A
Hindi News लाइफस्टाइल हेल्थ वैज्ञानिकों ने खोज निकाला मानव शरीर का सबसे बड़ा अंग, जो था वैज्ञानिको की पहुंच से हजारों साल दूर

वैज्ञानिकों ने खोज निकाला मानव शरीर का सबसे बड़ा अंग, जो था वैज्ञानिको की पहुंच से हजारों साल दूर

इस बात की हैरानी है कि हम अभी तक जानते रहे है कि हमारे शरीर में 79 अंक होते है। अब इस 80वां अंग की खोज है। यह बात बहुत ही दिलचस्प और आश्चर्यजनक है कि अभी तक इस सबसे बड़े अंग से हम अंजान रहे है।

<p>Human Body</p>- India TV Hindi Human Body

हेल्थ डेस्क: मनुष्य के शरीर को लेकर वैज्ञानिक कुछ न कुछ खोज करते है। इसी में एक बीमारी है कैंसर। जिसके बारें में आज तक पता चला कि आखिर यह कैसे फैलती है। इसी को लेकर वैज्ञानिकों ने मनुष्य के शरीर का एक ऐसे अंग की खोज की है। जो कि शरीर का सबसे बड़ा भाग होता है। जिसे इंटरस्टिटियम (Interstitium) नाम दिया गया है। इस खोज से वैज्ञानिको को इस बात की उम्मीद है कि अब आसानी से इस बात को समझा जा सकता है कि आखिर कैंसर फैलता कैसे है।

इस बात की हैरानी है कि हम अभी तक जानते रहे है कि हमारे शरीर में 79 अंक होते है। अब इस 80वां अंग की खोज है। यह बात बहुत ही दिलचस्प और आश्चर्यजनक है कि अभी तक इस सबसे बड़े अंग से हम अंजान रहे है।

क्या है इंटरस्टिटियम
यह मानव शरीर का 80वां अंग होगा। मानव के शरीर में अंगों कोशिका समूहों और ऊतकों के बीच मौजूद फ्लूइड यानी कि द्रव पदार्थों का नेटवर्क इंटरस्टिटियम है। इसकी खोज से पहले इस अंग को शरीर में एक-दूसरे जुड़े उत्तकों की सघन संरचना समझा जाता था। वैज्ञानिकों के अनुसार फ्लूइड से भरे कर्पाटमेंट का यह नेटवर्क 'शॉक एब्‍जॉर्बर' की तरह काम कर सकता है।

इंटरस्टिटियम का ज्‍यादातर हिस्‍सा त्‍वचा की ऊपरी परत के ठीक नीचे है। इसके साथ ही यह आंत, फेफड़े, रक्त नलिका और मांसपेशियों के नीचे भी परत के रूप में पाए जाते हैं। ये आपस में जुड़कर एक नेटवर्क बनाते हैं जिसे मजबूत और लचीले प्रोटीन के जाल का सपॉर्ट मिला होता है।

वैज्ञानिकों का मानना है कि हो सकता है कि इंटरस्टिटियम के बीच के रिक्‍त स्‍थान शरीर में फैलने में कैंसर की मदद करते हों। इस परत के नीचे पहुंचने के बाद ही कैंसर पूरे शरीर में फैलने लगता है। इस बात की उमेमीद लगाई जा रही है कि एस नए शोध से कैंसर के इलाज में मदद मिल सकती है।

Latest Lifestyle News