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किडनी ट्रांसप्लांट के बाद मिली नई लाइफ, अब कर रहे है ऑर्गन डोनेशन के लिए प्रेरित

स्प्रेडिंग होप के संस्थापक लॉर्ड विजय ने कहा कि 10 में 1 भारतीय को किडनी बीमारी का खतरा रहता है जबकि उसकी गंभीरता को लेकर जागरूकता केवल 7 प्रतिशत है। 'स्प्रेडिंग होप' मुहीम लोगों को जागरुक करने का एक प्रयास है..

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हेल्थ डेस्क: किडनी जागरुकता और अंग दान के महत्व को लेकर पेशेवर नर्तक और गिनीज विश्व रिकार्ड धारक लॉर्ड विजय 'स्प्रेडिंग होप' नामक गैर-लाभकारी फाउंडेशन के माध्यम से पूरे देश में जागरुकता फैलाने में जुटे हैं। लॉर्ड विजय को सन 2013 में तीव्र किडनी बीमारी का निदान हुआ था और 2016 में उन्हें प्रत्यारोपण करना पड़ा। उनका लक्ष्य किडनी बीमारी की गंभीरता के बारे में जागरुकता फैलाने और दस लाख लोगों से अंग दान की प्रतिज्ञा करवाकर जान बचाने हेतु 'स्प्रेडिंग होप' के माध्यम से चेन्नई से लद्दाख तक 9,000 किलोमीटर की दूरी नापने का है।

यहां आयोजित एक सम्मेलन में स्प्रेडिंग होप के संस्थापक लॉर्ड विजय ने कहा, "तीन साल से अधिक इस बीमारी से जूझना और अंग प्रत्यारोपण करवाना मेरे लिए दर्दनाक अनुभव था। किडनी की बीमारियों के कारण होनेवाले मौतों को लेकर भारत में बहुत कम जागरुकता है और अंग दान को लेकर विरोध है। इसमें रूचि लेनेवाले लोगों को उनके परिवार जनों को समझाने और दाताओं के रूप में स्वेच्छा से रजिस्टर करने में मदद करना यह मेरा मिशन है।"

दाविता केयर (इंडिया) प्रा. लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आदित्य सिंह ने कहा, "10 में 1 भारतीय को किडनी बीमारी का खतरा रहता है जबकि उसकी गंभीरता को लेकर जागरूकता केवल 7 प्रतिशत है। 'स्प्रेडिंग होप' मुहीम लोगों को जागरुक करने का एक प्रयास है।"

दाविता किडनी केअर, एशिया पैसिफिक, चीन एवं भारत के अध्यक्ष रेहान ए. खान ने कहा, "एशिया में लगभग 30 लाख लोग किडनी की बीमारी से ग्रसित है, लेकिन जागरूकता का अभाव और महंगे उपचारों के चलते केवल 30 प्रतिशत लोगों का इलाज हो पाता है।"

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