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Hindi News लाइफस्टाइल हेल्थ World Sleep Day 2018: दुनिया में 10 करोड़ लोगों को अच्छी नींद नहीं आती, कारण हैरान करने वाला

World Sleep Day 2018: दुनिया में 10 करोड़ लोगों को अच्छी नींद नहीं आती, कारण हैरान करने वाला

दुनियाभर में 10 करोड़ लोग स्लीप एप्निआ यानी अच्छी नींद न आने की समस्या से जूझ रहे हैं। इनमें से 80 प्रतिशत से अधिक लोग तो इस बीमारी से ही अनभिज्ञ हैं और 30 प्रतिशत लोग नींद लेते भी हैं तो उसे नियमित बनाए नहीं रख पाते। जानिए इसके कारण....

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अच्छी नींद पाने के प्रयास
दुनियाभर में 77 प्रतिशत वयस्कों ने अपनी नींद में सुधार की कोशिश की है। लोकप्रिय प्रयासों में शामिल हैं सुखदायक संगीत (36 प्रतिशत) और सोने के समय उठने के समय सारिणी का पालन (32 प्रतिशत) सहित अन्य। भारतीय उत्तरदाताओं में से 45 प्रतिशत वयस्कों ने बताया कि उन्होंने अच्छी नींद के लिए ध्यान केंदित करने की कोशिश की, जबकि 24 प्रतिशत वयस्कों ने अच्छी नींद लेने और उसे बनाए रखने के लिए विशेष बिस्तर को अपनाया।

युवा पीढ़ी की अलग सोच
युवा पीढ़ी (18 से 24 वर्ष आयु वर्ग) नींद के बारे में अलग ढंग से सोचती है। इन युवाओं के पास सोने का समय निर्धारित होने की संभावना कम है, फिर भी वे हर रात अधिक नींद लेते हैं यानी 7.2 घंटे सोते हैं। इनकी तुलना में 25 वर्ष से अधिक के लोग 6.9 घंटे ही सोते हैं। वे अच्छी नींद लेने की आदत न अपनाने पर भी ज्यादा अपराध बोध महसूस करते हैं (35 वर्ष से अधिक आयु के 26 प्रतिशत की तुलना में 35 प्रतिशत)।

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