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Hindi News लाइफस्टाइल जीवन मंत्र सोमवार को बन रहा है विशेष संयोग, पितृदोष की मुक्ति के लिए करें ये उपाय

सोमवार को बन रहा है विशेष संयोग, पितृदोष की मुक्ति के लिए करें ये उपाय

इस दिन कोई शुभ उपाय करने से पितर अधिक प्रसन्न होते है। जिसके कारण आपके घर लक्ष्मी खुद चलकर आती है। इन उपायों में से कोई एक उपाय अपनाएं। जानिए इन उपायों के बारें में।

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नई दिल्ली: हिंदू पंचाग के अनुसार हिंदू नववर्ष यावी संवत् 2074 की शुरुआत हो गई है। जिसमें पहली अमावस्या पड़ रही है। इसके साथ ही इस दिन ऐसा संयोग बन रहा है। जो कि पिंतरों के कोप और कुंडली में मौजूद ग्रहण दोष को कम करेगा। इस बार अमावस्या सोमवार, 27 मार्च 2017 को पड़ रही है। जिसके कारण इसे सोमवती अमावस्या कहा जाएगा।

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सोमवती अमावस्या को इस श्राद्ध पक्ष में दिवंगत पितरों को खुश रखने के लिए ब्राह्मणों को भोजन कराने के साथ-साथ दान के महत्व को विशेष माना गया है। इसी साथ श्राद्ध पक्ष में ही सोमवती अमावस्या पड़ रही है जिसमें दान देने का एक अलग ही महत्व है।

इस बार सोमवार के दिन अमावस्या पड़ने के कारण इसका महत्व और बढ़ गया है। इस अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाएगा। इसदिन भगवान शिव और पितरों को प्रसन्न करने का अच्छा संयोग है। जानिए इस दिन किस तरह के उपाय करने से भगवान और पितर दोनों की कृपा बनी रहेगी।

इस दिन उन लोगों का तर्पण करने से आपके पूर्वजों की कृपा आपके ऊपर हमेशा बनी रहती है। इस दिन कोई शुभ उपाय करने से पितर अधिक प्रसन्न होते है। जिसके कारण आपके घर लक्ष्मी खुद चलकर आती है। इन उपायों में से कोई एक उपाय अपनाएं। जानिए इन उपायों के बारें में।

  • भगवान शिव सोम यानी चन्द्रमा को धारण करने वाले हैं और यह चन्द्रमा के स्वामी भी हैं। इसलिए सोम यानी चन्द्रमा को अनुकूल बनाने के सोमवार के दिन भगवान शिव का अभिषेक बहुत ही लाभप्रद होता है। आप अपनी श्रद्धा और सहूलित के अनुसार जल, दूध या गंगा जल से भगवान शिव का अभिषेक कर सकते हैं।
  • इस दिन पितरों की कृपा पाने के लिए गाय के गोबर से बने उपले पर शुद्ध घी व गुड़ मिलाकर धूप देनी चाहिए। यदि घी व गुड़ उपलब्ध न हो तो खीर से भी धूप दे सकते हैं।
  • शास्त्रों में बताया गया है कि पितरों को दूध और चावल से बनी चीजें पसंद है। इसलिए दूध और चावल से खीर बनाकर पितरों को भोग लगाना चाहिए। साथ ही ब्राह्मणों को खीर का भोजन करवाना चाहिए।
  • इस दिन अपने पूर्वजों के नाम पर गाय, जरुरतमंद व्यक्ति और ब्राह्मण को भोजन कराना बहुत ही शुभ माना जाता है।
  • इस दिन को पितरों के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। इसलिए इस दिन किसी जरुरतमंद को दूध का दान दें।
  • यदि यह भी संभव न हो तो घर में जो भी ताजा भोजन बना हो, उससे भी धूप देने से पितर प्रसन्न हो जाते हैं। धूप देने के बाद हथेली में पानी लें व अंगूठे के माध्यम से उसे धरती पर छोड़ दें। ऐसा करने से पितरों को तृप्ति का अनुभव होता है और वे हमें आशीर्वाद देते हैं।
  • इस दिन चीटियों को चीनी मिला हुआ आटा खिलाना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से आपके पाप कर्मों का प्रायश्चित होगा साथ ही आपको हर काम में सफलता और हर इच्छा पूरी होगी।

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