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Hindi News लाइफस्टाइल जीवन मंत्र Hariyali Amavasya: हरियाली अमावस्या पर नक्षत्र के अनुसार एक पौधा लगाने से होगी हर मुराद पूरी, जानें कैसे

Hariyali Amavasya: हरियाली अमावस्या पर नक्षत्र के अनुसार एक पौधा लगाने से होगी हर मुराद पूरी, जानें कैसे

हर नक्षत्र का संबंध एक वृक्ष से ज़रूर होता है। आप जिस नक्षत्र में जन्मे हो हरियाली अमावस्या पर उसी नक्षत्र से संबंधित पौधा लगाइए, चलिए अब आपको बताते हैं कि हरियाली अमावस्या पर किस-किस नक्षत्र में जन्मे लोग कौन सा वृक्ष लगा सकते हैं।

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Hariyali Amavasya: आज श्रावण कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि और बुधवार का दिन है। आज पुनर्वसु नक्षत्र है। जो  दोपहर 2 बजकर 41 मिनट तक रहेगा। 27 नक्षत्रों में से पुनर्वसु सातवां नक्षत्र है। वसुओं को उप देवताओं के समान माना जाता है और ये शुभता, उदारता, धन तथा सौभाग्य जैसी विशेषताओं के स्वामी होते है। पुनर्वसु का शाब्दिक अर्थ है पुन: यानि दोबारा। इस तरह पुनर्वसु शब्द का अर्थ हुआ दोबारा धनी, सौभाग्यशाली तथा सुरक्षित हो जाना। अब आप सोच रहे होंगे कि दोबारा धनी और उदार होने से क्या तात्पर्य हैं तो हम आपको समझाते हैं।

दरअसल पुनर्वसु, आर्द्रा नक्षत्र के बाद आता है। और आर्द्रा नक्षत्र अपने आप में धन के प्रति अनिच्छा अथवा धन की कमी, उग्र स्वभाव अर्थात उदारता की कमी आदि विशेषताओं को प्रदर्शित करता है जिसके चलते आर्द्रा नक्षत्र के प्रभाव से धन की कमी, उदारता की कमी, सौभाग्य की कमी तथा सुरक्षा की कमी भी हो जाती है। ऐसे में इसी कमी को पूरा करने के लिए पुनर्वसु नक्षत्र का आगमन होता है जो इसके नाम के अर्थ को सार्थक करता है।

सावन महीने की अमावस्या को हरियाली अमावस्या के नाम से जाना जाता है और कई जगहों पर इसे चितलगी अमावस्या भी कहते हैं। सबसे अहम बात ये है कि इस बार हरियाली अमावस्या पर गुरू पुष्य नक्षत्र है और सिद्धि योग रहेगा। यही कारण है कि हरियाली अमावस्या बेहद ही विशेष मानी जा रही है। सावन का महीना हरियाली का द्योतक है। इस पूरे महीने चारों ओर ग्रीनरी बढ़ जाती है इसलिए इस अमावस्या का संबंध पर्यावरण से भी है।

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शास्त्रों में कहा गया है कि इस अमावस्या पर हर किसी को एक न एक पेड़ ज़रूर लगाना चाहिए वहीं किसी कारणवश अगर अमावस्या पर आप वृक्ष ना भी लगा पाएं तो आने वाले आठ दिन तक कभी भी पौधा रोपा जा सकता है। वहीं आपको ये भी बता दूं कि हर नक्षत्र का संबंध एक वृक्ष से ज़रूर होता है। आप जिस नक्षत्र में जन्मे हो हरियाली अमावस्या पर उसी नक्षत्र से संबंधित पौधा लगाइए, चलिए अब आपको बताते हैं कि हरियाली अमावस्या पर किस-किस नक्षत्र में जन्मे लोग कौन सा वृक्ष लगा सकते हैं। जानें आचार्य इंदु प्रकाश से इसके बारें में।

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  1. अश्विनी नक्षत्र में जन्मे लोगों को कुचला का वृक्ष आज के दिन लगाना चाहिए। और इस वृक्ष की पूजा करनी चाहिए।
  2. कृतिका नक्षत्र में जन्में लोगों को गूलर का पेड़ आज हरियाली अमावस्या पर लगाना चाहिए।
  3. रोहिणी नक्षत्र वालों को जामुन के पेड़ का रोपण करना फायदेमंद रहता है। आज के दिन आप जामुन का पेड़ लगाएं।
  4. मृगशीरा नक्षत्र का संबंध खैर के पेड़ से है लिहाज़ा इस नक्षत्र में जन्मे लोग खैर का पेड़ लगाएं और रोज़ उसे पानी दें।
  5. आर्द्रा नक्षत्र में जन्मे लोग शीशम का पौधा लगाएं और रोज़ उसे पानी दें, उसकी सेवा करें। आपके लिए लाभपद्र होगा।
  6. पुनर्वसु नक्षत्र में जन्मे लोगों के लिए बांस का पेड़ लगाना लाभदायक होगा।
  7. पुष्य नक्षत्र में जन्मे लोगों को हरियाली अमावस्या के दिन पीपल का पेड़ लगाना चाहिए। रोज़
  8. पीपल के पेड़ में पानी डालें और सेवा करें।
  9. आश्लेषा नक्षत्र में जन्मे लोगों के लिए नागकेसर का पेड़ लगाना लाभदायक माना गया है।
  10. हरियाली अमावस्या पर नागकेसर का पेड़ आपको लगाना चाहिए।
  11. पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में जन्मे लोगों को ढाक का पेड़ लगाना चाहिए।
  12. वहीं उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में जन्मे लोगों की बात करें तो इनके लिए पाकड़ का पेड़ लगाना शुभ फलदायी होगा।
  13. चित्रा नक्षत्र में जन्मे लोगों को बेल का पेड़ लगाना शुभ फल देने वाला होगा। हरियाली अमावस्या पर आपको बेल का पेड़ लगाना चाहिए।
  14. अगर आपका जन्म स्वाति नक्षत्र में हुआ है तो हरियाली अमावस्या पर आप अर्जुन का वृक्ष
  15. लगाएं। और उसकी सेवा भी करें।
  16. वहीं विशाखा नक्षत्र में जन्मे जातकों को विकंकत का पेड़ लगाना चाहिए।
  17. अगर आपका जन्म अनुराधा नक्षत्र में हुआ है तो आपको मौलश्री का वृक्ष लगाना चाहिए।
  18. हरियाली अमावस्या पर आप ये वृक्ष लगाएंगे तो आपको काफी फायदा होगा।
  19. ज्येष्ठा नक्षत्र में जन्मे जातकों को चीड़ का वृक्ष लगाना चाहिए।
  20. मूल नक्षत्र में जन्मे लोगों को साल का वृक्ष लगाने से काफी फायदा मिलता है।
  21. पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में पैदा होने वाले लोगों को जलवेतस का पे़ड़ लगाना चाहिए।
  22. उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में पैदा हुए लोगों को कटहल का पेड़ आज हरियाली अमावस्या के दिन लगाना
  23. चाहिए। इससे आपको काफी फायदा होगा।
  24. श्रवण नक्षत्र में जन्मे लोगों को मदार का पेड़ लगाना चाहिए।
  25. धनिष्ठा नक्षत्र का संबंध शमी के वृक्ष से है लिहाज़ा इस नक्षत्र में जन्मे लोगों को हरियाली अमावस्या के दिन आप शमी का पेड़ लगाएं तो आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा।
  26. शतभिषा नक्षत्र में जन्मे लोगों को कदम्ब का पेड़ हरियाली अमावस्या के दिन रौंपना चाहिए।
  27. अगर आपका जन्म पूर्वा भाद्रप्रद नक्षत्र में हुआ है तो आपको आम का पेड़ हरियाली अमावस्या पर लगाना चाहिए। इससे आपको कई शुभ फल प्राप्त होंगे।
  28. वहीं अगर आप उत्तरभाद्रप्रद नक्षत्र में जन्मे हैं तो आपके लिए हरियाली अमावस्या पर नीम का पेड़ लगाना फायदेमंद साबित होगा।
  29. अगर आपका जन्म रेवती नक्षत्र में हुआ है तो आपको हरियाली अमावस्या पर महुआ का पेड़ लगाना चाहिए।

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