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Hindi News लाइफस्टाइल जीवन मंत्र International Men’s Day: क्यों और किस वजह से हर साल आज के दिन मनाया जाता है 'इंटरनेशनल मेन्स डे'

International Men’s Day: क्यों और किस वजह से हर साल आज के दिन मनाया जाता है 'इंटरनेशनल मेन्स डे'

आज इंटरनेशनल मैंस डे है। हर साल की तरह इस साल भी यानि आज 19 नवंबर को इंटरनेशनल मैंस डे है सेलिब्रेट किया जा रहा है।

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नई दिल्ली: आज इंटरनेशनल मैंस डे है। हर साल की तरह इस साल भी यानि आज 19 नवंबर को इंटरनेशनल मैंस डे है सेलिब्रेट किया जा रहा है। इस खास दिन की शुरुआत थॉमस ओस्टर ने 19 नवंबर 1992 में की। बीच में किसी वजह से यह दिन नहीं मनाया जाने लगा लेकिन बाद में यानि 1999 इस दिन को वेस्ट इंडिज के टोबागो एक नए तरीके से लोगों के सामने इतिहास के प्रोफेसर डॉक्टर जीरोम टीलकसिंह ने पेश किया। मैंस डे 70वीं सेंचुरी से सेलिब्रेट किया जा रहा है। हर साल इसे नए थीम के साथ पूरी दुनिया में मनाया जाता है। 19 नवंबर 2018 के इंटरनेशनल मेन्स डे की थीम पॉजिटिव मेल रोल मॉडल्स रखी गई है।

इस दिन के लिए अब आप कहेंगे पुरुषों को एक खास दिन की जरूरत आखिर क्यों है। तो जनाब जवाब है कि महिलाओं की तरह पुरुष भी असमानता का शिकार होते हैं। उनकी सेहत समेत असमानता और शोषण के मुद्दों को उठाने के लिए ही मनाया जाता है आज का दिन। आइए इसके बारे में और जानते हैं।

जानिए पुरुष दिवस की पूरी कहानी

अमेरिका के मिसौर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर थॉमस योस्टर की कोशिशों के बाद पहली बार 7 फरवरी 1992 को अमेरिका, कनाडा और यूरोप के कुछ देशों ने पहली बार अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस का जश्न मनाया था, लेकिन साल 1995 से कई देशों ने फरवरी महीने में पुरुष दिवस मनाना बंद कर दिया। हालांकि कई देश इस दौरान अपने-अपने हिसाब से पुरुष दिवस का जश्न मनाते रहे। 1998 में त्रिनिदाद एंड टोबेगो में पहली बार 19 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस मनाया गया और इसका सारा श्रेय डॉ. जीरोम तिलकसिंह को जाता है। उन्होंने इसे मनाने की पहल की और इसके लिए 19 नवंबर का दिन चुना। इसी दिन उनके देश ने पहली बार फुटबॉल विश्व कप के लिए क्वालिफाई करके देश को जोड़ने का काम किया था। उनके इस प्रयास के बाद से ही हर साल 19 नवंबर को दुनिया भर के 60 देशों में अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस मनाया जाता है और यूनेस्को भी उनके इस प्रयास की सराहना कर चुकी है। 

इस खास दिन को और भी खास बनाने के लिए जगह-जगह पर पब्लिक सेमिनार, वॉर्कशॉप, पैनल डिस्कसन, कॉनफ्रेंस, लेक्चरर, अवार्ड सेरेमनी, एग्जीबीशन, क्लासरूम एक्टीविटीज आयोजित किये जाते हैं।

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