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Hindi News लाइफस्टाइल रिश्ते Friendship day 2018: इस खास मौके पर जानिए सच्चे और मतलबी दोस्तों की परिभाषा

Friendship day 2018: इस खास मौके पर जानिए सच्चे और मतलबी दोस्तों की परिभाषा

दोस्ती दुनिया का सबसे नायाब तोहफा है, जिसको किस्मत से अच्छा मिल जाए वह सबसे लकी है और जिसको न मिलें वह बदनसीब है। लेकिन एक बात और जो सबसे ध्यान रखने वाली बात यह है कि दोस्त तो हर किसी के पास होते हैं लेकिन आप कैसे पता करेंगे कौन सा दोस्त आपका सच्चा है और कौन सा मतलबी है।

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नई दिल्ली: दोस्ती दुनिया का सबसे नायाब तोहफा है, जिसको किस्मत से अच्छा मिल जाए वह सबसे लकी है और जिसको न मिलें वह बदनसीब है। लेकिन एक बात और जो सबसे ध्यान रखने वाली बात यह है कि दोस्त तो हर किसी के पास होते हैं लेकिन आप कैसे पता करेंगे कौन सा दोस्त आपका सच्चा है और कौन सा मतलबी है। ऐसे ही कशमकश के बीच आज हम आपको बताते हैं सच्ची दोस्ती चेक करने का एक उपाय। जिससे आप आसानी से पता कर सकते हैं कि आपका दोस्त सच्चा है या मतलबी।

दुनिया में सबसे मुश्किल काम होता है किसी व्यक्ति को पहचानना। ये काम तब और मुश्किल हो जाता है जब आप अपने किसी खास दोस्त के बारे में यह निश्चय नहीं कर पा रहे हों कि वो आपका सच्चा दोस्त है या नहीं। बता दें, आज दुनियाभर में फ्रेंडशिप डे मनाया जा रहा है। इस मौके पर हर कोई अपने खास दोस्तों को याद करता है। पर क्या आप जानते हैं कि एक अच्छे सच्चे दोस्त और मतलबी दोस्त के बीच में क्या फर्क होता है। आइए जानते हैं।  

सच्चा दोस्त आपकी हर चीज से वाकिफ होता है। वो अच्छे से जानता है कि आप किसी परिस्थिति में कैसा बर्ताव करेंगे। वो आपको भड़काने की जगह आपको समझाएगा। वहीं दूसरी तरफ आपका मतलबी दोस्त आपको लोगों की प्रति भड़काता रहेगा। ऐसे लोगों से हमेशा दूर रहें।

आपका सच्चा दोस्त आपके हर सीक्रेट को जानकर उसे राज ही रखता है। सच्चे दोस्तों में कई सारे सीक्रेट्स होते हैं। जब भी आप उदास होते हैं तो उसका कंधा आपको रोने के लिए मिलता है। दुख या उदासी की घड़ी में वो आप तक पहुंच जाता है। टाइम पास करने वाले दोस्त तो केवल आपके साथ आपकी खुशी के पल शेयर करते हैं।(Friendship day 2018: इस वजह से हर साल अगस्त का पहला Sunday मनाया जाता है फ्रेंडशिप डे)

आपका सच्चा दोस्त हर कीमत पर आपकी मदद करने को तैयार रहता है। सच्चे दोस्त चाहे साथ रहे या न रहें, साथ पढ़े या न पढ़ें फिर भी आपसे मिलने और बात करने का वक्त निकाल ही लेते हैं।

सच्चा दोस्त कैसी भी परिस्थिती में आपके लिए खड़ा रहेगा लेकिन मतलबी दोस्त आपके मुसीबत में आपके साथ नहीं रहेगा।

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