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Hindi News लाइफस्टाइल सैर-सपाटा Skywalk flyover के जरिए माता वैष्णो देवी की यात्रा होगी और आसान, गुफा जैसा अहसास होगा रास्ता

Skywalk flyover के जरिए माता वैष्णो देवी की यात्रा होगी और आसान, गुफा जैसा अहसास होगा रास्ता

Mata Vaishno Devi Skywalk Flyover: वैष्णो देवी भवन तक दो स्काईवाक फ्लाईओवर रास्ते होंगे। एक जाने के लिए और एक वापिस आने के लिए। इसके अलावा स्काईवाक फ्लाईओवर के रास्ते में भक्तों के लिए कई सुविधाएं होंगी।

Mata Vaishno Devi Skywalk Flyover- India TV Hindi Image Source : SOCIAL Mata Vaishno Devi Skywalk Flyover

Mata Vaishno Devi Skywalk Flyover: नवरात्रि (Navratri 2023) शुरू होने वाला है और हर बार की तरह इस बार भी माता वैष्णो देवी के दरबार में भक्तों की भारी भीड़ होगी। पिछले कई बार से ज्यादा भीड़ भाड़ के चक्कर में यहां भगदड़ भी मच गई थी। इन्हीं, तमाम बातों का ध्यान रखते हुए स्काईवाक फ्लाईओवर (Skywalk Flyover) का निर्मोण किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कल इस स्काईवाक फ्लाईओवर का शुभारंभ करेंगी। अब आपके दिमाग में आ रहा होगा कि ये स्काईवाक फ्लाईओवर कहां बना है, कैसा है और यहां क्या-क्या सुविधाएं होंगी। तो, जानते हैं इन तमाम चीजों के बारे में विस्तार से।

स्काईवाक फ्लाईओवर कैसा है?

स्काईवाक फ्लाईओवर करीब 300 मीटर लंबा है। इसमें दो रास्ते हैं एक भवन तक जाने का और एक लौटने का। इससे पैदल चलने वाले भक्त आराम से बिना भीड़-भाड़ में परेशान हुए माता तक पहुंच पाएंगे। साथ ही इस सुगम रास्ते से लौट भी पाएंगे। खास बात ये है कि स्काईवॉक फ्लाईओवर से श्रद्धालु मां वैष्णो देवी के आलौकिक दर्शन करते हुए गुफाओं से गुजरेंगे। इसका नाम होगा नवदुर्गा पथ। क्योंकि इनमें मां दुर्गा के नौ रूप बनाए जाएंगे और उनके दर्शन होंगे। स्काईवॉक फ्लाईओवर के प्रवेश द्वार पर करीब 60 फीट लंबी गुफा का निर्माण करवाया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को मां वैष्णो देवी की गुफा के जैसा ही एहसास हो। 

Image Source : socialMata Vaishno Devi Skywalk Flyover features

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स्काईवाक फ्लाईओवर में क्या-क्या सुविधाएं होंगी?

-स्काईवाक फ्लाईओवर में लकड़ी की फ्लोरिंग होगी।
-इससे नंगे पांव चलने में दिक्कत नहीं होगी।
-साथ ही फ्लाईओवर में शीशे लगे होंगे। इसे मां के दर्शन होने के साथ ठंड से भी बचाव होगा।
-रास्ते में जगह-जगह एलईडी स्क्रीन लगे होंगे जिससे भवन के दर्शन और सुबह-शाम की आरती देख सकते हैं।
-हर 100 मीटर पर आधुनिक प्रतीक्षा हॉल बनाए गए हैं।
-प्रतीक्षा हॉल 100 से 200 श्रद्धालु बैठ सकेंगे।
-प्रत्येक 100 मीटर पर आपातकालीन निकासी द्वार (emergency exit point)भी होंगे।

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तो, अगर आप मां वैष्णो देवी के कठिन रास्ते के कारण अबतक यहां जाने से वंचित रह गए हैं तो इस बार प्लान करें और माता के दर्शन कर आएं। 

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