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Hindi News मध्य-प्रदेश Doctor’s Day पर लेडी डॉक्टर को रिश्वत लेते पकड़ा, प्रसव कराने के बदले मांगी थी घूस

Doctor’s Day पर लेडी डॉक्टर को रिश्वत लेते पकड़ा, प्रसव कराने के बदले मांगी थी घूस

सरदारपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. संगीता पाटीदार (55) को जाल बिछाकर पकड़ा गया, जब वह अपनी निजी सहयोगी 26 वर्षीय पूजा बबेरिया की मदद से 6,000 रुपये की घूस ले रही थी।

Doctor- India TV Hindi Image Source : REPRESENTATIONAL IMAGE Doctor

Highlights

  • देश भर में National Doctors' Day मनाया जा रहा था
  • 6,000 रुपये की रिश्वत लेने के मामले में लेडी डॉक्टर को पकड़ा

Doctors' Day: मध्यप्रदेश के धार जिले में एक जनजातीय महिला का प्रसव कराने के बदले उसके परिवार से 6,000 रुपये की रिश्वत लेने के मामले में लोकायुक्त पुलिस ने 55 वर्षीय स्त्री रोग विशेषज्ञ और उसकी निजी सहयोगी को शुक्रवार को पकड़ लिया। गौरतलब है कि घूसखोरी के मामले में दोनों आरोपियों को तब पकड़ा गया, जब देश भर में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (National Doctors' Day) मनाया जा रहा था।

डॉक्टर और उसकी सहयोगी को घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा
लोकायुक्त पुलिस के उपाधीक्षक (DSP) प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि सरदारपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. संगीता पाटीदार (55) को जाल बिछाकर पकड़ा गया, जब वह अपनी निजी सहयोगी 26 वर्षीय पूजा बबेरिया की मदद से 6,000 रुपये की घूस ले रही थी। उन्होंने बताया कि 27 जून को सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में एक जनजातीय महिला का प्रसव कराने के बदले पाटीदार ने उसके परिवार से 10,000 रुपये की कथित रिश्वत मांगी थी। बघेल ने बताया कि रकम कम करने के अनुरोध पर स्त्री रोग विशेषज्ञ 8,000 रुपये की कथित घूस पर राजी हो गई थीं और उसने प्रसूता के परिवार से 2,000 रुपये प्रसव के दिन ही ऐंठ लिए थे।

सरकारी कर्मचारी नहीं है डॉक्टर की सहयोगी महिला
डीएसपी ने कहा, ‘‘सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पाटीदार की निजी सहयोगी के रूप में काम करने वाली 26 साल की महिला सरकारी कर्मचारी नहीं है। केंद्र के चिकित्सकों के कक्ष में बैठी इस महिला ने ही स्त्री रोग विशेषज्ञ के कहने पर जनजातीय समुदाय की प्रसूता के एक रिश्तेदार से रिश्वत की बची हुई रकम ली थी।’’ बघेल ने बताया कि रिश्वतखोरी के आरोप में स्त्री रोग विशेषज्ञ और उसकी निजी सहयोगी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

डीएसपी ने बताया कि दोनों आरोपियों को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है और जरूरी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करके उन्हें छोड़ दिया गया है।