A
Hindi News महाराष्ट्र ऑल इंडिया खिलाफत कमेटी की मीटिंग, दिल्ली दंगे और अजान लाउडस्पीकर विवाद पर हुई चर्चा

ऑल इंडिया खिलाफत कमेटी की मीटिंग, दिल्ली दंगे और अजान लाउडस्पीकर विवाद पर हुई चर्चा

दिल्ली दंगे, बुलडोजर वाले एक्शन, महाराष्ट्र में अजान लाउडस्पीकर विवाद जैसे देश और महाराष्ट्र में मुस्लिम समाज से जुड़े मौजूदा राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को लेकर चर्चा करने मुंबई के ऑल इंडिया खिलाफत कमेटी ने मुस्लिम समाज के धर्मगुरु, वकील, राजनेताओं के साथ मुंबई के भायखला में खिलाफत हाउस  में बैठक की। 

All India Khilafat Committee- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO All India Khilafat Committee

Highlights

  • ऑल इंडिया खिलाफत कमेटी ने की अहम बैठक
  • दिल्ली दंगे और लाउडस्पीकर विवाद पर हुई चर्चा
  • मुस्लिम धर्मगुरुओं ने कहा- आदेशों का करेंगे पालन

मुंबई। दिल्ली दंगे, बुलडोजर वाले एक्शन, महाराष्ट्र में अजान लाउडस्पीकर विवाद जैसे देश और महाराष्ट्र में मुस्लिम समाज से जुड़े मौजूदा राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को लेकर चर्चा करने मुंबई के ऑल इंडिया खिलाफत कमेटी ने मुस्लिम समाज के धर्मगुरु, वकील, राजनेताओं के साथ मुंबई के भायखला में खिलाफत हाउस  में बैठक की। इस बैठक में महाराष्ट्र में अजान के वक्त लाउडस्पीकर का विवाद और दिल्ली के जहांगीरपुरी दंगो समेत देश के अन्य शहरों में जहां मुस्लिमों पर अन्याय अत्याचार हो रहे उसपर चर्चा की गई।
 
बैठक में ये भी प्रस्ताव पास हुआ कि जिन-जिन शहरों में मुसलमानों के घर मकान बुलडोजर से तोड़े गए, उन्हें मानवीय सहायता दी जाए, साथ ही कानूनी लड़ाई लड़ी जाए। बैठक में मुंबई के कई मौलाना, उलेमा, कांग्रेस, एनसीपी, समाजवादी पार्टी के नेता, वकील, पत्रकार और सोशल एक्टिविस्ट मौजूद रहे। बैठक के बाद नेताओं ने लाउडस्पीकर और अजान के मुद्दे पर कहा कि महाराष्ट्र सरकार इस मुद्दे से निपटने में सक्षम है। कुछ लोग राजनीतिक फायदे के लिए माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।

अजान लाउडस्पीकर के मुद्दे पर मुस्लिम नेताओं और धर्मगुरुओं ने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट और पुलिस के आदेशों का पालन करेंगे। वहीं देशभर में मुस्लिमों को निशाना बनाया जा रहा है, उसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी। पहले खरगोन फिर जहांगीरपुरी दिल्ली में जो हुआ, सबने देखा कैसे कानून की धज्जियां उड़ाई गईं। इस बैठक में ये भी मुद्दा सामने आया कि ईद के दिन काले फीते बांध कर ईद की नमाज अदा की जाए, हालांकि मौलाना, उलेमा और नेताओं ने इसपर कोई फैसला नहीं लिया है लेकिन लोगों में नाराजगी जरूर है।
 
इस दौरान मौलाना कश्मीरी ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन अजान के समय करेंगे पर नियम राजनेताओं के लिए भी हों। उनकी रैलियों में, सभाओं में लाउडस्पीकर पर बैन लगे या सुप्रीम कोर्ट ने जो डेसिबल तय किये उंसका पालन हो। मौलाना मेहमूद दरियाबादी ने कहा कि मुस्लिमों के मोराल को डाउन करने की कोशिश हो रही है। वहीं मौलाना अतहर अली का कहाना है कि पूरे देश के प्रमुख मुस्लिम धर्मगुरुओं और शख्सियतों को बुलाकर देश में जो मुस्लिम अत्याचार हो रहे उसपर चर्चा हो और लाइन ऑफ एक्शन बने।
 
वहीं समाजवादी पार्टी विधायक रईस शेख ने कहा कि महाराष्ट्र में हालात अच्छे हैं, आगे भी अच्छे रहेंगे। देश के हालात चिंताजनक हैं। हमे संभलकर बोलना है। सोशल मीडिया पर बार-बार वही उकसाने वाला बयान दिखाया जाता है। इस दौरान मजीद मेनन ने कहा कि अजान का मामला जल्द सुलझ जाएगा पर देश के हालात बिगड़े हैं। गैर-बीजेपी शाषित राज्यों के नेता मुख्यमंत्रियों को एक साथ लाने की कोशिश हो रही है, हो सकता है कि मुंबई में ही ये मीटिंग हो। केंद्र सरकार से सिर्फ मुसलमान ही नहीं बल्कि गैर-मुसलमान भी खफा हैं। उन्होंने कहा कि आज की बैठक के बाद आनेवाले दिनों में देशभर के मुस्लिम थिंक टैंक के साथ और भी बैठकें की जाएंगी।