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Hindi News महाराष्ट्र मराठा आरक्षण विवाद मामले में बोले शिंदे और फडणवीस, 'जालना में जो हुआ वह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण'

मराठा आरक्षण विवाद मामले में बोले शिंदे और फडणवीस, 'जालना में जो हुआ वह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण'

देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस 2018 में क़ानून बनाया गया, जिसके बाद हाई कोर्ट ने उसे मान्यता दी। इसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट में गया, जहां 2020 में स्टे लग गया और मई 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने मराठा आरक्षण कैंसल कर दिया।

मराठा आरक्षण विवाद...- India TV Hindi Image Source : SCREENGRAB मराठा आरक्षण विवाद मामले में बोले शिंदे और फडणवीस

मुंबई: जालना मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान हुए विवाद को लेकर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि जो कुछ हुआ वह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण हुआ। इस दौरान पुलिस ने जो लाठीचार्ज किया गया उसका समर्थन ही नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि इस मामले में गहन जांच की जाएगी और जो भी दोषी है उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में राजनीति की जा रही है और लाठीचार्ज का दोष सरकार को दिया जा रहा है जोकि सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज का आदेश एसपी स्तर का अधिकारी देता है।

'सरकार ने जो सहूलियतें ओबीसी समुदाय को दी हैं वहीं तमाम सहूलियतें मराठा समुदाय को भी'

देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमारी सरकार ने जो सहूलियतें ओबीसी समुदाय को दी हैं वहीं तमाम सहूलियतें मराठा समुदाय को दी हैं। इस आंदोलन कि आढ़ में कुछ लोग गंदी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि वह कह रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ सरकार लको अध्याधेश लाना चाहिए। आज वह हमें सलाह दे रहे हैं तो यह कदम उन्होंने सरकार में रहते हुए क्यों नहीं उठाया।

बारामती में हुआ अजित पवार का विरोध 

वहीं इससे पहले उपमुख्यमंत्री अजित पवार के क्षेत्र पुणे के बारामती में मराठा समाज और पार्टी कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में लोगों ने अजित पवार से शिंदे सरकार से बाहर होने की भी मांग की। इस दौरान भीड़ ने 'बाहर निकलो-बाहर निकलो..अजित पवार बाहर निकलो'जैसे नारे भी लगाए।