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Hindi News महाराष्ट्र Mumbai Diwali Politics: राशन और मिठाइयों के पैकेट्स बांटने पर छिड़ी राजनीति

Mumbai Diwali Politics: राशन और मिठाइयों के पैकेट्स बांटने पर छिड़ी राजनीति

Mumbai Diwali Politics:

Eknath Shinde and Udhav Thackeray- India TV Hindi Image Source : FILE Eknath Shinde and Udhav Thackeray

Highlights

  • वर्ली का जम्भोरी मैदान बीजेपी के लिए बेहद खास
  • अवैध सरकार इतने बड़े इवेंट के लिए कहां से ला रही पैसेः आदित्य ठाकरे
  • राज ठाकरे के दीपोत्सव में शिंदे और फड़णवीस आए

मुंबई में दीपावली उत्सव को लेकर राजनीति जोरों पर है। एकतरफ शिंदे फडनविस सरकार हिंदुत्व के मुद्दे को जोर्ड शोर से उठाते हुए हिन्दुओं के सबसे बड़े त्योहार दिवाली को बड़े लेवल पर मना रही है। वहीं दूसरी तरफ महाविकास आघाडी का आरोप है कि शिंदे व फड़णवीस सरकार दिवाली जैसे बड़े त्योहार का इवेंट बनाकर बीएमसी चुनाव के लिए वोटरों को लुभाने की राजनीति कर रही है।
   
महाराष्ट्र में बीजेपी.शिंदे की सरकार बनाने के बाद बीजेपी का अगला निशाना है मुम्बई का बीएमसी चुनाव। इसलिए बीजेपी अपनी पूरी ताकत झोंक रही है। दिवाली के लिए एक खास दीपोत्सव का आयोजन बीजेपी की तरफ से किया गया है और पार्टी ने उसके लिए चुना है उद्धव गट की शिवसेना और आदित्य ठाकरे की विधानसभा क्षेत्र वर्ली का जाम्भोरी मैदान। इस मैदान पर बीजेपी की तरफ से मराठी वोट बैंक आकर्षित करने के लिए खास ‘मराठी दीपोत्सव‘ आयोजित किया है, जो खास 19 से 23 अक्टूबर तक चलेगा।

वर्ली का जम्भोरी मैदान बीजेपी के लिए बेहद खास

मुम्बई के वर्ली में स्थित जम्भोरी मैदान इन दिनों बीजेपी के लिए बेहद खास है। वर्ली के इस खास क्षेत्र को अपने पाले में करने के लिए पार्टी पूरी ताकत झोंक रही है। वजह है आगामी बीएमसी चुनाव और वर्ली उद्धव गट शिवसेना का गढ़ है और आदित्य ठाकरे इस विधानसभा सीट से विधायक है। इसलिए कुछ दिन पहले दही हांडी के आयोजन पर बीजेपी ने इस जम्भोरी मैदान पर शक्ति प्रदर्शन किया था।  अब इस मैदान पर मराठी वोटर को अपने पाले में करने के लिए बीजेपी ‘मराठी दीपोत्सव‘ आयोजित किया है, जिसमे खास तौर पर अयोध्या के भव्य राम मंदिर की एक रेप्लिका बनाई गई है। इसमें भगवान राम माता सीता और लक्ष्मण के साथ विराजे हैं।

 अवैध सरकार इतने बड़े इवेंट के लिए कहां से ला रही पैसेः आदित्य ठाकरे

 अब जब दीपोत्सव को वर्ली में जो अदित्य ठाकरे के चुनाव क्षेत्र है, वहां बीजेपी के बड़े आयोजन होने से वर्ली से विधायक आदित्य ठाकरे ने शिंदे फडणवीस सरकार पर हमला बोला है। सवाल उठाये हैं कि जो खोखा सरकार अवैध है वो इतने पैसे कहां से ले रही बड़े इवेंट करने के लिए। पूरे इलाके में बैनर पोस्टर लगाए ये सिर्फ जनता को गुमराह कर रहे हैं।

शिंदे और फड़णवीस आए राज ठाकरे के दीपोत्सव में

 एकतरफ जाम्भोरी मैदान में बीजेपी का दीपोत्सव शुरू हो चुका है तो वही दूसरी तरफ राज ठाकरे ने मुम्बई के दादर स्थित शिवाजी पार्क में दीपोत्सव का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में कल  मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी बुलाया। ये मैसेज देने की कोशिश की हिन्दू त्योहार धूमधाम से मनाए जा रहे और सभी हिंदुत्व वादी पार्टियां साथ साथ हैं। उद्ध पर अपरोक्ष रूप से हमला किया गया कि उद्धव अब हिंदुत्व को छोड़ चुके हैं उनकी सरकार में हिन्दू त्योहारों पर पाबंदी थी। लेकिन जब अब शिंदे फड़णवीस सरकार हिन्दुओं के सबसे बड़े त्योहार को धूमधाम से मना रही तो विपक्ष को ये रास नहीं आ रहा। उद्धवठाकरे के शिवसेना नेताओं के आरोपों पर खुद मुख्यमंत्री ने जवाब दिया है। इस दीपोत्सव की राजनीति पर राज ठाकरे ने तो नहीं, पर उनकी पत्नी शर्मिला ठाकरे ने इंडिया टीवी से कहा कि विपक्ष को कम से कम दिवाली जैसे त्योहार में राजनीति नहीं करनी चाहिए।

खाने का सामान और मिठाइयां बांट रही बीजेपी

दीपोत्सव के साथ साथ एकनाथ शिंदे बीजेपी सरकार ने दीवाली में आम जनता को महज 100 रुपये में एक किलो सूजीए पाम तेलए शक्खर ए चनादाल दे रही है इसके अलावा बीजेपी मिठाइयां भी बांट रही है। जिसको लेकर भी उद्वव ठाकरे और महाविकास आघाडी के नेताओं ने शिंदे फड़णवीस सरकार पर हमला बोला है।

 मिठाइयों के पैकेट पर मोदी और फड़णवीस की तस्वीरें

मिठाइयों के पैकेट्स पर पीएम नरेंद्र मोदी और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तस्वीरे हैं। बीजेपी ने मुम्बई भर में ये राशन और मिठाइयां बाट रही है। अब तक मुम्बई में  करीबन 5 से 6 लाख मिठाइयों के पैकेट्स  लोगों के घरों तक जाकर बीजेपी ने  बांटे हैं।
 वहीं लोगों का कहना है कि दो वर्ष बाद उनकी दिवाली अच्छे से मनाई जा रही है। अगर कोई उन्हें मिठाई और राशन दे रहा है तो उसमें गलत क्या है।

चुनाव घोषित होते ही और तेज होगी राजनीति

बहारहाल मुम्बई के चुनाव अभी तक घोषित नहीं हुए तो अभी से हर त्योहार हर मुद्दे को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष में लड़ाई छिड़ रही है। आगे जैसे चुनाव घोषित होगा और जैसे जैसे चुनाव नजदीक आएगा राजनीति और भी ज्यादा तेज होती जाएगी ।