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Hindi News महाराष्ट्र राज ठाकरे ने दी चेतावनी, मस्जिदों से हटाएं लाउडस्पीकर, नहीं हटाया तो...

राज ठाकरे ने दी चेतावनी, मस्जिदों से हटाएं लाउडस्पीकर, नहीं हटाया तो...

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख और महाराष्ट्र के तेजतर्रार नेता राज ठाकरे ने चेतावनी दी है कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर बंद कराए जाएं।

Raj Thackeray- India TV Hindi Image Source : ANI Raj Thackeray

मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख और महाराष्ट्र के तेजतर्रार नेता राज ठाकरे ने चेतावनी दी है कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर बंद कराए जाएं, नहीं तो हम मस्जिदों के सामने ​हनुमान चालीसा बजाएंगे। मुंबई में ​आयोजित एक कार्यक्रम में राज ने कहा कि मैं नमाज के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन सरकार को मस्जिद के लाउडस्पीकर हटाने पर फैसला लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं पीएम मोदी से मुस्लिम झोंपड़ियों में मदरसों पर छापा मारने की अपील करता हूं। इन झोंपड़ियों में पाकिस्तानी समर्थक रह रहे हैं। मुंबई पुलिस जानती है कि वहां क्या हो रहा है। विधायक ऐसे लोगों को वोटबैंक के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे लोगों के पास आधार कार्ड भी नहीं है, लेकिन विधायक बनवाते हैं। 

मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मुंबई में शिवाजी पार्क में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मस्जिदों में लाउडस्पीकर इतनी अधिक मात्रा में क्यों बजाया जाता है? अगर इसे नहीं रोका गया तो मस्जिदों के बाहर हाई वॉल्यूम में हनुमान चालीसा बजाने वाले स्पीकर होंगे। मैं प्रार्थना या किसी धर्म विशेष के खिलाफ नहीं हूं। मुझे अपने धर्म पर गर्व है।

यूपी की प्रशंसा करते हुए मनसे प्रमुख ने कहा कि मुझे यह देखकर प्रसन्नता होती है कि यूपी तरक्की की राह पर आगे बढ़ रहा है। हम महाराष्ट्र में भी वही विकास चाहते हैं। अपने संबोधन में उन्होंने राकांपा प्रमुख शरद पवार की भी आलोचना की और उन पर जाति कार्ड खेलने और समाज को विभाजित करने का आरोप लगाया। इस दौरान राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उनके चचेरे भाई उद्धव ठाकरे पर भी कटाक्ष किया।

महाराष्ट्र कांग्रेस प्रवक्ता बोले-  'जातिगत राजनीति करते हैं राज ठाकरे'

इसी बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता अतुल लोंढे ने राज ठाकरे पर जातिगत राजनीति पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि राजनैतिक असफलता राज ठाकरे की दिख रही है। उन्होंने कहा कि जातिगत राजनीति का जो आरोप शरद पवार पर लगाया है, उससे ठाकरे की निराशा झलकती है। वे धर्मांधता की राजनीति करते हैं।