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Hindi News महाराष्ट्र श्रीदेवी की मौत को लेकर पीएम मोदी समेत बड़ी शख्सियतों के दिखाए थे फर्जी लेटर्स, यूट्यूबर के खिलाफ CBI ने दाखिल की चार्जशीट

श्रीदेवी की मौत को लेकर पीएम मोदी समेत बड़ी शख्सियतों के दिखाए थे फर्जी लेटर्स, यूट्यूबर के खिलाफ CBI ने दाखिल की चार्जशीट

CBI ने एक स्वयंभू जांचकर्ता और यूट्यूबर के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उसने अभिनेत्री श्रीदेवी की मौत के संबंध में अपने दावों का समर्थन करने के लिए पीएम मोदी और रक्षा मंत्री के ‘फर्जी’ पत्र पेश किए।

Deepti Pinniti- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO श्रीदेवी की मौत के मामले में दीप्ति आर पिन्नीति ने दिखाए फर्जी दस्तावेज

सीबीआई ने एक स्वघोषित इन्वेस्टिगेटर और यूट्यूबर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। आरोप है कि बॉलीवुड अभिनेत्री श्रीदेवी की मौत के मामले में अपने दावों को सही साबित करने की कोशिश में उसने एक यूट्यूब वीडियो में बड़ी शख्सियतों की ओर से फर्जी लेटर्स दिखाए थे। इन शख्सियतों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल थे। इस यूट्यूबर का नाम दीप्ति आर पिन्नीति है, जो भुवनेश्वर की रहने वाली हैं। बता दें कि पिछले साल सीबीआई ने दीप्ति और उनके वकील सुरेश कामत के खिलाफ मुंबई की वकील चांदनी शाह की शिकायत पर एक मामला दर्ज किया था। चांदनी शाह की शिकायत को सीबीआई के पास प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्रांसफर किया था।

सुप्रीम कोर्ट और UAE सरकार के जाली रिकॉर्ड भी दिखाए

वकील चांदनी शाह ने आरोप लगाया कि पिन्नीति ने कई दस्तावेज पेश किए, जिनमें प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के पत्र, सुप्रीम कोर्ट से संबंधित दस्तावेज और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सरकार के रिकॉर्ड शामिल हैं, जो जाली प्रतीत होते हैं। श्रीदेवी और सुशांत सिंह राजपूत जैसे बॉलीवुड कलाकारों की मौत पर सोशल मीडिया चर्चाओं में पिन्नीति की सक्रिय सहभागिता भी रही है। बता दें कि फरवरी 2018 में यूएई के दुबई में श्रीदेवी की मृत्यु हो गई। श्रीदेवी की मौत के संबंध में, पिन्नीति ने एक इंटरव्यू में अपनी ‘‘जांच’’ के आधार पर ‘‘दोनों सरकारों के बीच लीपापोती’’ सहित सनसनीखेज दावे किए। 

आरोपी पिन्नीति ने सीबीआई पर उठाए सवाल

एक सवाल के जवाब में, आरोपी पिन्नीति ने कहा, ‘‘यह विश्वास करना कठिन है कि सीबीआई ने मेरा बयान दर्ज किए बिना मेरे खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। जब आरोप तय किए जाएंगे तो सबूत अदालत को दिए जाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि विचाराधीन पत्र उन्हीं प्राधिकारों के खिलाफ आरोप लगाते हैं जिनके तहत सीबीआई आती है, ऐसे में एजेंसी को सबूत इकट्ठा करने की जिम्मेदारी सौंपना हितों के टकराव का मामला है। पिछले साल पिन्नीति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद, सीबीआई ने 2 दिसंबर को भुवनेश्वर में उनके आवास पर तलाशी ली थी, जिसमें फोन और लैपटॉप सहित डिजिटल उपकरण जब्त किए गए थे। 

जांच में जाली निकले यूट्यूबर द्वारा दिखाए गए दस्तावेज़ 

एक विशेष अदालत को सौंपी गई सीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, जांच से पता चला कि यूट्यूब पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री से संबंधित उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए दस्तावेज़ ‘‘जाली’’ थे। एजेंसी ने पिन्नीति और कामथ के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की 120-बी (आपराधिक साजिश), 465, 469 और 471 सहित संबंधित धाराओं के तहत आरोप पत्र दाखिल किया है। मुंबई की वकील चांदनी शाह ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था, ‘‘संदिग्ध दीप्ति पिन्नीति ने श्रीदेवी की मौत के मामले में बार-बार सरकार पर अजीबोगरीब आरोप लगाकर वर्तमान सरकार की छवि खराब की।’’ 

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