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Hindi News खेल क्रिकेट नितिन मेनन ने माना, कोरोना के चलते दोबारा क्रिकेट शुरू होने पर इन चुनौतियों से अंपायर को पाना होगा पार

नितिन मेनन ने माना, कोरोना के चलते दोबारा क्रिकेट शुरू होने पर इन चुनौतियों से अंपायर को पाना होगा पार

नितिन मेनन ने कोरोना के बाद क्रिकेट शुरू होने पर अंपायरों के सामने आने वाली एक बड़ी चुनौती का जिक्र किया है।

Nitin Menon- India TV Hindi Image Source : ICC Nitin Menon

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के हाल ही में एलीट पैनल में शामिल होने वाले अंपायरों के सबसे युवा सदस्य नितिन मेनन ने कोरोना के बाद क्रिकेट शुरू होने पर अंपायरों के सामने आने वाली एक बड़ी चुनौती का जिक्र किया है। उनका मानना है कि कोरोना के बाद जब क्रिकेट की वापसी होगी तो ये देखना सबसे बड़ी चुनौती होगी कि कहीं कोई खिलाड़ी जानबुझकर या अनजाने में गेंद पर लार का इस्तेमाल तो नहीं कर रहा है।

महज 22 साल की उम्र में क्रिकेट छोड़ अपने करियर को अंपायरिंग की तरफ ले जाने वाले नितिन ने पीटीआई से कहा, "मुख्य चुनौती गेंद को संभालना होगा, यह चुनौती टेस्ट मैचों में अधिक होगी। शुरुआत में नियमों को लागू करने से पहले हम खिलाड़ियों को चेतावनी देंगे, जैसा कि हम तब करते हैं जब कोई खिलाड़ी खतरनाक तरीके से पिच पर दौड़ता है।''

मेनन ने आगे कहा, ''खिलाड़ियों के जानबूझकर की जगह गलती से लार लगाने की संभावना अधिक है, इसलिए हम इसी के अनुसार कार्रवाई करेंगे। इंग्लैंड में सीरीज खेलने के बाद के हालात को लेकर विस्तृत नियम आएंगे जिसके बाद हमें बेहतर पता चलेगा कि खेल में हाल में किए गए बदलावों को कैसे लागू करना है।''

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गौरतलब है कि मेनन क्रिकेट जगत में एशेज सीरीज को सबसे उपर देखते हैं। ऐसे में परिस्थितियाँ सामान्य होने पर मेनन को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज में अंपायरिंग करते देखा जा सकता है। जिसके बारे में उन्होंने कहा, ''इसमें कोई संदेह नहीं कि मैंने एशेज में अंपायरिंग का सपना देखा है। यह एकमात्र सीरीज है जो मैं टीवी पर देखता हूं। वहां का माहौल, जिस तरह से सीरीज खेली जाती है उसका मैं भी हिस्सा बनना चाहता हूं। यह इंग्लैंड में हो या ऑस्ट्रेलिया में मैं इसका हिस्सा बनना पसंद करूंगा। और विश्व कप में अंपायरिंग, यह चाहे टी20 हो या वनडे अंतरराष्ट्रीय।''

वहीं खिलाड़ियों को आईसीसी द्वारा गेंद पर लार के इस्तेमाल पर बैन लगाने के बाद अंपायरों को ये भी देखना होगा कि मैच के दौरान खिलाड़ी सामाजिक दूरी का पालन करें व गेंद से सम्पर्क में आने के बाद लगातार रूप से वो हाथों को सैनिटाईज करते रहें। जिसको लेकर मेनन ने कहा, ''ग्लव्स पहनना अंपायरों की व्यक्तिगत पसंद होगी लेकिन हमने फैसला किया है कि हम अपनी जेब में सैनिटाइजर रखेंगे। विकेट गिरने के बाद और ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान हमें हाथ में गेंद रखी होगी इसलिए सुरक्षित रहना बेहतर है।''

उन्होंने कहा, ''और अगर खिलाड़ी गेंद पर लार लगा देते हैं तो हमें उसे तुरंत सेनेटाइज करना होगा। यह चौथे अंपायर का काम होगा। वह वाइप्स लेकर आएगा और गेंद को सैनिटाइज करेगा।''

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