A
Hindi News खेल क्रिकेट जब डिप्रेशन का शिकार हुए एस श्रीसंत लगाना चाहते थे मौत को गले, अब बताई पूरी कहानी

जब डिप्रेशन का शिकार हुए एस श्रीसंत लगाना चाहते थे मौत को गले, अब बताई पूरी कहानी

श्रीसंत ने बताया कि सुशांत की तरह वह भी उस किनारे पर पहुंच गए थे जब उनके मन में भी सुसाइड करने का ख्याल आया था, लेकिन उन्होंने ऐसा कदम नहीं उठाया।

S Sreesanth opens up on depression and suicidal thoughts when he ban in IPL 2013- India TV Hindi Image Source : GETTY IMAGES S Sreesanth opens up on depression and suicidal thoughts when he ban in IPL 2013

बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद सोशल मीडिया पर डिप्रेशन को लेकर खूब चर्चा चल रही है। इसी मुद्दे पर मोहम्मद शमी और रॉबिन उथप्पा जैसे कुछ क्रिकेटरों ने भी सामने आकर अपनी राय दी थी और साथ ही बताया था कि वो कैसे इससे बाहर निकले। अब इसी कड़ी में टीम इंडिया के एक और सितारे का नाम जुड़ गया है और वो है एस श्रीसंत।

श्रीसंत ने डेक्कन हेराल्ड से कहा “तुम्हें पता है कि मैं एक समय पर अंधेरे से डरा करता था। मैं घर से बाहर नहीं जा सकता था और ना किसी को घर से बाहर जाने देता था क्योंकि मुझे डर था कि मेरा या उनका किसी का भी अपहरण हो जाएगा। मैं उस समय गहरे डिप्रेशन में था।”

श्रीसंत ने आगे कहा "ये सभी विचार मेरे कमरे में ही आते थे, लेकिन जब मैं अपने कमरे से बाहर निकलता था तो मेरे चहरे पर मुस्कान होती थी क्योंकि मेरे माता पिता ये सब संभाल नहीं पाते। मैं अपनी कमजोरी उन्हें नहीं दिखाना चाहता था। मैं उस समय खुद पर ही निर्भर था। मैं हमेशा रोता रहता था और यह जानने की कोशिश करता रहता था कि मैंने क्या गलत किया है और मेरे साथ क्या हो रहा है। मैं यह दोहरी जिंदगी जी रहा था और इसमें बहुत कुछ संभालना था।"

ये भी पढ़ें - On This Day : क्लाइव लॉइड की कप्तानी में वेस्टइंडीज ने पहली बार उठाया था ICC विश्व कप का खिताब

डिप्रेशन से बाहर वह कैसे निकले इसके बारे में श्रीसंत ने कहा "मैं दुनिया के लिए श्रीसंत था और परिवार वालों के लिए गोपू, लेकिन मैं अपने कमरे में क्या था मुझे खुद नहीं पता। इसलिए मैंने अपने शौक ढूंढना शुरू किए और उनपर गंभीरता से काम किया।"

आईपीएल 2013 में उनपर मैच फिक्सिंग का आरोप लगा था। उस समय वह डिप्रेशन में पहुंच गए थे। श्रीसंत ने आगे कहा "2013 में लगातार मैं इससे मुकाबला कर रहा था। मैं जहां देखता था मुझे यही दिखता था, कभी लगा कि यहां से निकलना आसान है, लेकिन मेरे परिवार ने मुझे नॉर्मल रखा। मैं अपने परिवार के साथ बना रहा। मुझे पता है उन्हें मेरी जरूरत है।"

इसी के साथ श्रीसंत ने बताया कि सुशांत की तरह वह भी उस किनारे पर पहुंच गए थे जब उनके मन में भी सुसाइड करने का ख्याल आया था, लेकिन उन्होंने ऐसा कदम नहीं उठाया। श्रीसंत ने कहा "इस वजह से सुशांत सिंह राजपूत की मौक की खबर ने मुझे इतना प्रभावित किया, इसके अलावा वह मेरा अच्छा दोस्त भी था। मैं भी उस किनारे पर ही था, लेकिन मैं वापस चला आया क्योंकि मुझे पता था कि यह उन लोगों को बहुत दुख देगा जिन्हें मेरे पर विश्वास था और जो मेरे से प्यार करते थे।"

ये भी पढ़ें - संदीप पाटिल की बड़ी सलाह, क्रिकेट बहाल होने पर चोट मुक्त वापसी करे खिलाड़ी

श्रीसंत ने बताया कि वह डिप्रेशन पर एक किताब लिख रहे हैं जो अगले महीने आ जाएगी। इस किताब के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा "मैं एक छोटी सी किताब लिख रहा हूं जो अगले महीने आ जाएगी, जिसमें इस बारे में और आप कैसे अकेले नहीं है इस बारे में लिखा है। और अगर आप अकेले भी है तो यह जरूरी नहीं है कि यह बुरी बात है क्योंकि महान चीजें अकेलेपन से भी आ सकती है। अकेलेपन के ये पल आपको अपने आप में दुर्लभ अंतर्दृष्टि (गहरी पहुंच) दे सकते हैं। यह बहुत बड़ा है क्योंकि लोग इसकी सराहना नहीं करते कि वे कौन हैं।"

अपने संघर्ष के बारे में श्रीसंत ने बताया "मैं इस बारे में बात करना पसंद नहीं करता लेकिन एक समय था जब मैं अपने बिलों का भुगतान करने के लिए संघर्ष कर रहा था। मुझे नहीं पता था कि मेरा अगला खाना कहां से आएगा। यही कारण है कि मैं उन सभी शो के लिए बहुत आभारी हूं जिन्होंने मुझे काम पर रखा और मुझ पर भरोसा किया।"

Latest Cricket News