A
Hindi News खेल क्रिकेट 'मेरा यहां क्या रोल है' भारत में टेस्ट मैच खेलने के संघर्ष को याद करते हुए बोले जवागल श्रीनाथ

'मेरा यहां क्या रोल है' भारत में टेस्ट मैच खेलने के संघर्ष को याद करते हुए बोले जवागल श्रीनाथ

श्रीनाथ ने मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में अक्टूबर और नवंबर में 1991 में क्रमश: वनडे और टेस्ट पदार्पण किया था।  

'Whats is My role is here', remembering the struggle of playing Test matches in India, said Javagal - India TV Hindi Image Source : GETTY IMAGES 'Whats is My role is here', remembering the struggle of playing Test matches in India, said Javagal Srinath

नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने एक दशक तक भारतीय गेंदबाजी की अगुआई की और उन्होंने यह तब किया जब टीम में स्पिनरों का बोलबाला हुआ करता था और टीम स्पिनरों पर ही निर्भर हुआ करती थी। श्रीनाथ ने कहा कि निर्भरता इतनी हुआ करती थी कि वह कई बार कप्तान से गेंदबाजी मांगते थे।

श्रीनाथ ने स्पोटर्सकीड़ा से कहा, "मैं शिकायत नहीं कर रहा हूं, लेकिन उस समय स्थिति ऐसी ही थी। भारत में ऐसा भी समय था कि हम सिर्फ एक तेज गेंदबाज लेकर खेलते थे वो भी सिर्फ नाम के लिए की टीम में तेज गेंदबाज है। पिचें पूरी तरह से स्पिनरों के लिए होती थीं।"

श्रीनाथ ने मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में अक्टूबर और नवंबर में 1991 में क्रमश: वनडे और टेस्ट पदार्पण किया था।

ये भी पढ़ें - 'टीम इंडिया की कप्तानी करने पर कैसा लगा?' बीसीसीआई ने ट्विटर पर सुरेश रैना से पूछा सवाल

उन्होंने कहा, "आप टीम के स्थायी सदस्य बनना चाहते हैं और विकेट लेना चाहते हैं। तीन स्पिनर 80-90 प्रतिशत गेंदबाजी करते थे। मैं कई बार अलग सा महसूस करता था कि मेरा यहां क्या रोल है। मैं कप्तान के पास जाकर कहता था कि गेंदबाजी दे दो। कम से कम मुझे इस बात की संतुष्टि करने दो की मैं टीम में हूं।"

दाएं हाथ के पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, "यह मामला था। भारतीय परिस्थितयां स्पिनरों की मददगार थीं, लेकिन साथ ही यह तेजी वाले मोड में सोचने को मजबूर कर देती थीं। इसलिए रिवर्स स्विंग मदद करती थी, लेकिन मैंने कभी उम्मीद नहीं छोड़ी। मैं समझता था कि जीत ज्यादा जरूरी है।"

Latest Cricket News