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लक्ष्य सेन ने रचा इतिहास, ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियनशिप के फाइनल में बनाई जगह

पादुकोण ने 1980 में और गोपीचंद ने 2001 में खिताब जीता था जबकि नाथ 1947 में और महिला वर्ग में साइना नेहवाल 2015 में फाइनल हार गई थी। पिछले छह महीने से शानदार फॉर्म में चल रहे सेन ने दिसंबर में विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था। 

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विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता लक्ष्य सेन ने गत चैम्पियन मलेशिया के ली जि जिया को हराकर ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर लिया। बीस वर्ष के सेन प्रकाश नाथ, प्रकाश पादुकोण और पुलेला गोपीचंद के बाद टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी बन गए। उन्होंने एक घंटे और 16 मिनट तक चले मैच में ली को 21.13, 12.21, 21.19 से हराया। 

पादुकोण ने 1980 में और गोपीचंद ने 2001 में खिताब जीता था जबकि नाथ 1947 में और महिला वर्ग में साइना नेहवाल 2015 में फाइनल हार गई थी। पिछले छह महीने से शानदार फॉर्म में चल रहे सेन ने दिसंबर में विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था। 

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इसके बाद जनवरी में इंडिया ओपन सुपर 500 खिताब जीता और पिछले सप्ताह जर्मन ओपन में उपविजेता रहे। सेन ने छह साल पहले इंडिया इंटरनेशनल सीरिज में ली को हराया था। उन्होंने शानदार तकनीक और मानसिक दृढता का परिचय देते हुए इतिहास रचा। दोनों खिलाड़ी एक दूसरे के खेल को बखूबी जानते हैं क्योंकि बेंगलुरू में 2016 में प्रकाश पादुकोण अकादमी में एक्सचेंज कार्यक्रम का हिस्सा रह चुके हैं। 

सेन ने पहले गेम में शानदार रक्षण का परिचय देते हए 11.7 से बढत बना ली। ली ने यह बढत 10.12 की लेकिन सेन ने फिर लंबी रेलियां लगाते हुए बढत कायम कर ली। ली की शटल इसके बाद नेट में चली गई और एक रिटर्न बाहर रहा। सेन ने इस बीच साल गेम प्वाइंट बनाये और पहला गेम जीत लिया। 

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दूसरे गेम में ली ने वापसी की और मुकाबला निर्णायक गेम तक ले गए। निर्णायक गेम में कांटे की टक्कर रही लेकिन सेन ने अपना संयम बनाये रखकर जीत दर्ज की।