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Hindi News उत्तर प्रदेश यूपी: मेरठ में नदी किनारे हैंड ग्रेनेड मिलने से मचा हड़कंप, ब्लास्ट होने से पहले किया गया डिफ्यूज

यूपी: मेरठ में नदी किनारे हैंड ग्रेनेड मिलने से मचा हड़कंप, ब्लास्ट होने से पहले किया गया डिफ्यूज

उत्तर प्रदेश के मेरठ के ग्रामीण इलाके में हैंड ग्रेनेड मिलने से हड़कंप मच गया। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और बम को डिफ्यूज कर दिया।

hand grenade found in meerut- India TV Hindi Image Source : ANI मेरठ में मिला हैंड ग्रेनेड

Uttar pradesh News: मेरठ में रविवार को एक नहर के पास हैंड ग्रेनेड मिलने से हड़कंप मच गया, जिसे बाद में निष्क्रिय कर दिया गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार शनिवार को एक प्रत्यक्षदर्शी ने सूचना दी कि मेरठ के परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के लोधीपुर क्षेत्र में नहर के पास एक बम जैसी वस्तु पड़ी है। इसकी सूचना मिलते ही गाजियाबाद से बम निरोधक दस्ते के साथ पुलिस की एक स्थानीय टीम तुरंत मौके पर पहुंची और हैंड ग्रेनेड को जब्त करने के बाद इसकी प्रारंभिक जांच की। सर्किल ऑफिसर रूपाली राय ने कहा, ''गंगा नहर के पास एक युवक ने बम देखा था और युवक की सूचना पर जब हम वहां पहुंचे तो पाया कि नहर के पास एक हैंड ग्रेनेड पड़ा है जो वर्तमान में सूखा हुआ है। 

बम मिलते ही मचा हड़कंप, किया गया डिफ्यूज

रूपाली राय ने कहा, लोधीपुर इलाके के पास बने पुल के नीचे पत्थरों में हैंड ग्रेनेड देखा गया। बम देखकर लोगों में हड़कंप मच गया और तुरंत पुलिस को बम की सूचना दी गई। पुलिस और बम निरोधक दस्ते के साथ स्थानीय टीम मौके पर पहुंची और सुरक्षा पिन के साथ लगे बम को सुरक्षित रूप से उठा लिया। हैंड ग्रेनेड पर एक नंबर है, लेकिन जंग लगने के कारण वह नंबर स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं दे रहा है।  बम को कब्जे में ले लिया गया है और उसे ठिकाने लगाने के बाद थाने में रख दिया गया है।

गाजियाबाद बम निरोधक दस्ते के एक अधिकारी लाल सिंह भाटी ने कहा, "मेरठ में लोधीपुर इलाके की नहर के पास एक हैंड ग्रेनेड मिलने की सूचना के बाद, हमारी टीम शनिवार शाम को स्टेशन हाउस ऑफिसर के साथ तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। परीक्षित गढ़ और वहां बम को डिफ्यूज किया गया।"
उन्होंने कहा "यह बम एक सरकारी कारखाने में बनाया गया था। हमने इसकी पहचान एसई 36 के नाम से की है। हमें नहीं पता कि यह कहां से और कैसे आया लेकिन अब इसे डिफ्यूज कर दिया गया है। अगर इस बम की ताकत की बात करें तो यह 9 गज के भीतर के क्षेत्र को बड़े धमाके के साथ नष्ट कर सकता है। यह बम काम करने की स्थिति में था। हमारे पास बम डिफ्यूज दस्ते में 8-9 लोग हैं, जिन्होंने इसे डिफ्यूज किया है," 

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