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ग्लूकोमा, मोतियाबिंद की वजह से आंखों की रोशनी हो गई हैं कम, स्वामी रामदेव से जानिए किस प्राणायाम से उतरेगा चश्मा?

आंखों को दिल की जुबां कहा जाता है और इंसान खरा है या खोटा, आंखों से सब जाहिर हो जाता है। इसलिए कहते हैं कि हमारी नजर और नजरिया दोनों ठीक होने चाहिए, लेकिन दुनिया का रंग दिखाने वाले इन नजरों को हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। स्वामी रामदेव से जानिए ख़ास योग, प्राणायाम और आयुर्वेदिक उपचार।