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Hindi News पश्चिम बंगाल फिर से जान लेने लगा कोरोना, पश्चिम बंगाल में 9 महीने बाद कोविड से पहली मौत

फिर से जान लेने लगा कोरोना, पश्चिम बंगाल में 9 महीने बाद कोविड से पहली मौत

कोरोना वायरस से पश्चिम बंगाल में मौत की खबर है। बताया जा रहा है कि बीते 9 महीनों में यह पहला मामला है जब बंगाल में किसी व्यक्ति की कोविड-19 से जान गई है।

coronavirus - India TV Hindi Image Source : PTI भारत में बढ़ रहे कोरोना के नए वेरिएंट के मामले

कोरोना के नए वेरिएंट ने JN.1 भारत में कुछ दिन पहले ही दस्तक दी है और अब धीरे-धीरे बुरी खबरें भी सामने आने लगी हैं। अब कोविड-19 फिर से जानलेवा हो चला है। दरअसल, पश्चिम बंगाल में 9 महीने से ज्यादा समय के बाद गुरुवार को कोविड-19 से संक्रमित एक मरीज की मौत हो गयी। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि यह मरीज कोरोना वायरस संक्रमण के अलावा कई अन्य बीमारियों से भी पीड़ित था। अधिकारी ने बताया, "इस व्यक्ति को कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई।" 

26 मार्च के बाद बंगाल में कोरोना से मौत

बता दें कि राज्य में कोविड से किसी व्यक्ति की मौत अंतिम बार गत 26 मार्च को दर्ज की गई थी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार, राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधियों ने मृत व्यक्ति के ‘स्वैब’ के नमूने एकत्र किए हैं और उसे जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा है। बंगाल में फिलहाल कोविड संक्रमण के एक्टिव मामलों की कुल संख्या 11 है, जबकि 3 लोगों को संक्रमण से उबरने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई।

भारत में बढ़ते जा रहे कोरोना JN.1 के मामले

गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस के जेएन.1 वेरिएंट के 40 नए मामले सामने आए हैं और इसके साथ ही संक्रमण के इस स्वरूप के मामले बढ़कर 109 हो गए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को ये जानकारी दी। गुजरात में 36, कर्नाटक में 34, गोवा में 14, महाराष्ट्र में 9, केरल में 6, राजस्थान और तमिलनाडु में 4-4 और तेलंगाना में दो मामले सामने आए। उन्होंने बताया कि ज्यादातर मरीज फिलहाल घर में आइसोलेशन में हैं। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ) डॉ वी के पॉल ने पिछले सप्ताह कहा था कि नए उपस्वरूप पर करीब से नजर रखी जा रही है। साथ ही उन्होंने राज्यों से जांच में तेजी लाने और निगरानी तंत्र को मजबूत करने की जरूरत पर जोर दिया था। अधिकारियों ने कहा था कि भले ही मामलों की संख्या बढ़ रही है और देश में जेएन.1 वेरिएंट के मामले सामने आए हैं लेकिन फिलहाल चिंता की जरूरत नहीं है।

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