A
Hindi News पश्चिम बंगाल बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना, IMD ने और बारिश की आशंका जताई

बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना, IMD ने और बारिश की आशंका जताई

बता दें कि लगातार दो दिनों की बारिश की वजह से घाटल उपमंडल के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। स्थानीय लोग अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए नावों का उपयोग कर रहे हैं। हाई टाइड की स्थिति के साथ लगातार बारिश ने शहर के अधिकांश हिस्सों और दक्षिण बंगाल के प्रमुख क्षेत्रों को जलमग्न कर दिया है।

More rain in store for West Bengal as Met Dept forecasts likely formation of low pressure area- India TV Hindi Image Source : PTI आईएमडी ने अपने पूर्वानुमान में कहा कि 24 सितंबर को उत्तर पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।

कोलकाता: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को अपने पूर्वानुमान में कहा कि 24 सितंबर को उत्तर पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। वहीं इस हफ्ते महानगर में हुई भारी बारिश के बाद कई निचले इलाके पानी में डूब हुए हैं। विभाग के अधिकारी ने चेतावनी दी है कि 26-27 सितंबर को दक्षिण 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर और पश्चिम मेदिनीपुर में एक या दो स्थानों पर बारिश हो सकती है और कोलकाता समेत दक्षिण बंगाल के अधिकतर हिस्सों में बारिश होने की संभावना है। 

मौसम विभाग ने बताया कि म्यांमा तट के ऊपर चक्रवात की स्थित बनी है जिसके उत्तर पूर्वी बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ने की संभावना है और यह 24 सितंबर को कम दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगी। विभाग के आंकड़ों के अनुसार, कोलकाता में सोमवार को 13 साल में एक दिन में सबसे ज्यादा बारिश हुई। राजधानी में 24 घंटे के दौरान 142 मिमी बारिश दर्ज की गई। अधिकारियों ने बताया कि मुकुंदपुर और रहारा में अब भी कई स्थान पानी में डूबे हैं। रहारा में मंगलवार को एक परिवार के तीन सदस्यों की जलभराव के कारण करंट लगने से मौत हो गई थी। 

नवान्न ने आपदा पूर्व की स्थिति को ध्यान में रखते हुए दक्षिण बंगाल में रेड अलर्ट जारी किया है। बंगाल में जारी बारिश और बाढ़ की स्थिति पर चर्चा के लिए मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विबेदी पहले ही बुधवार को दक्षिण बंगाल के सभी जिलों के जिलाधिकारियों के साथ आपात बैठक की। बैठक में कलकत्ता नगर निगम के आयुक्त भी मौजूद थे। मुख्य सचिव ने नगर निगम आयुक्त को भवानीपुर में पानी जमा होने से रोकने के लिए विशेष निर्देश दिए हैं।

बता दें कि लगातार दो दिनों की बारिश की वजह से घाटल उपमंडल के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। स्थानीय लोग अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए नावों का उपयोग कर रहे हैं। हाई टाइड की स्थिति के साथ लगातार बारिश ने शहर के अधिकांश हिस्सों और दक्षिण बंगाल के प्रमुख क्षेत्रों को जलमग्न कर दिया है। बाढ़ से राहत के लिए राहत शिविर बनाए गए जिसमें लगभग हजारों लोगों ने शरण ली।

ये भी पढ़ें