नेपाल में भारी हिंसा और केपी शर्मा ओली के पीएम पद से इस्तीफे के बाद अब अंतरिम सरकार और देश के प्रधानमंत्री को चुनने को लेकर कवायद तेज हो गई है। जानकारी के मुताबिक, नेपाल के मौजूदा हालात के मद्देनजर आज भी नेपाल आर्मी के चीफ के साथ Gen Z के कुछ प्रतिनिधि मंडल की एक महत्वपूर्ण मीटिंग हो रही है। कल बुधवार को हुई मीटिंग बेनतीजा रही थी क्योंकि अंतरिम प्रधानमंत्री के नाम पर एक मत राय सामने नहीं आई है। बैठक में सुशीला कार्की के अलावा भी कई नाम की चर्चा हुई है।
सेना प्रमुख से मिलीं सुशीला कार्की?
केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद नेपाल में उथल-पुथल का दौर चल रहा है। इस बीच अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के संभावित उम्मीदवारों में पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की का नाम भी सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, सुशीला कार्की और नेपाल के आर्मी चीफ के बीच आज गुरुवार को मुलाकात हो रही है। ये मुलाकात आर्मी हेडक्वार्टर में हो रही है।
बालेन शाह ने क्या कहा?
बुधवार को देर शाम काठमांडू के मेयर बालेन शाह का एक खुला पत्र सामने आया था। बालेन शाह का अंतरिम प्रधानमंत्री के नाम पर सुशीला कार्की के नाम पर सहमति जताना साफ संकेत है कि वह दूर की सोच रहे हैं। नेपाल को एक स्थिर सरकार देने के लिए फिलहाल वो खुद भी अंतरिम प्रधानमंत्री के तौर पर खुद को नहीं देखना चाहते हैं। भले Gen Z ने उन पर भी भरोसा जताया है।
मीटिंग में किन नामों पर हुई चर्चा?
कल की मीटिंग में बालेन शाह और सुशीला कार्की के अलावा कुछ और नामों को लेकर भी चर्चा जोर शोर से हुई है। इसमें बालेन शाह के अलावा एक नाम नेपाल के अन्य मेयर हरका संपांग का भी था। वहीं स्थानीय नेता दुर्गा परसाई ने भी Gen Z के साथ बालेन शाह और सुशीला कार्की का समर्थन किया है। अभी भी Gen Z के कुछ ग्रुप्स की अलग-अलग राय है जिसको लेकर असहमति बनी हुई है कि आखिर नेपाल की अंतरिम कमान किसके हाथों में दी जाए।
सुशीला कार्की का विरोध शुरू
जानकारी के मुताबिक, कुछ युवाओं ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश और प्रधानमंत्री पद की संभावित उम्मीदवार सुशीला कार्की को अंतरिम सरकार का मुखिया बनाने की कोशिश का विरोध किया है। नेपाली सेना के मुख्यालय, जंगी अड्डा के सामने पहुंचे युवा कह रहे हैं कि कार्की को सरकार का मुखिया नहीं बनाया जाना चाहिए।
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