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Sri Lanka Crisis: श्रीलंका के पूर्व वित्त मंत्री बेसिल राजपक्षे को कोलंबो हवाई अड्डे पर रोका गया, देश छोड़ने की कर रहे थे कोशिश

Sri Lanka Crisis: श्रीलंका के पूर्व वित्त मंत्री और विवादों में घिरे राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के छोटे भाई बेसिल राजपक्षे को मंगलवार को कोलंबो हवाई अड्डे पर तब रोक लिया गया, जब वह 'वीआईपी टर्मिनल' के जरिए देश छोड़ने की कोशिश कर रहे थे।

Basil Rajapaksa - India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO Basil Rajapaksa

Highlights

  • श्रीलंका के पूर्व वित्त मंत्री बेसिल राजपक्षे को कोलंबो हवाई अड्डे पर रोका गया
  • 'वीआईपी टर्मिनल' के जरिए देश छोड़ने की कोशिश कर रहे थे
  • बेसिल को आर्थिक संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है

Sri Lanka Crisis: श्रीलंका के पूर्व वित्त मंत्री और विवादों में घिरे राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के छोटे भाई बेसिल राजपक्षे (Basil Rajapaksa) को मंगलवार को कोलंबो हवाई अड्डे पर तब रोक लिया गया, जब वह 'वीआईपी टर्मिनल' के जरिए देश छोड़ने की कोशिश कर रहे थे। राजपक्षे परिवार श्रीलंका में सबसे शक्तिशाली परिवार माना जाता है लेकिन देश के भीषण आर्थिक संकट से निपटने के तरीके को लेकर जनता में राजपक्षे परिवार के प्रति गहरी नाराजगी और आक्रोश है। अमेरिकी पासपोर्ट धारक बेसिल को अप्रैल में उस समय वित्त मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था, जब देश में ईंधन, खाद्य सामग्री तथा अन्य आवश्यक वस्तुओं की कमी का विरोध करते हुए लोग सड़कों पर उतर आए थे। 'श्रीलंका इमिग्रेशन एंड एमिग्रेशन ऑफिसर्स एसोसिएशन' ने बताया कि अधिकारियों ने बेसिल को कोलंबो हवाई अड्डे पर 'वीआईपी टर्मिनल' का इस्तेमाल करने देने से रोक दिया था। टइकोनॉमी नेक्स्ट वेबसाइट के मुताबिक, श्रम संघ ने एक बयान में कहा, ''देश में जारी संकट को देखते हुए फैसला किया गया है कि अगले आदेश तक 'सिल्क रूट/सीआईपी आदि सुविधाओं को बंद रखा जाएगा।' संघ के प्रमुख के. ए. एस. कनुगाला ने कहा, ''यह फैसला आधी रात से लागू किया गया।'' 

बेसिल को आर्थिक संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है

उन्होंने कहा कि भ्रष्ट लोग इन सुविधाओं का लाभ उठा कर देश छोड़ने की कोशिश कर सकते हैं। देश में जारी आर्थिक संकट के लिए व्यापक स्तर पर बेसिल को जिम्मेदार ठहराया जाता है। गौरतलब है कि श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफा देने की घोषणा के बाद श्रीलंका के राजनीतिक दलों ने सर्वदलीय सरकार बनाने तथा 20 जुलाई को नये राष्ट्रपति का चुनाव करने की दिशा में सोमवार को कई कदम उठाये, ताकि देश को और अराजकता की ओर बढ़ने से रोका जा सके। 

गोटाबाया राजपक्षे ने लिखित में दिया इस्तीफा

बता दें, श्रीलंकाई नौसेना के जहाज गजबाहू में छिपे वहां के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) ने अपना लिखित इस्तीफा स्पीकर को भेज दिया है। स्पीकर कल यानि 13 जुलाई को सार्वजनिक तौर पर राजपक्षे के इस्तीफे का ऐलान करेंगे। इस इस्तीफे के बाद राजपक्षे परिवार का श्रीलंका की शासन पर से खात्मा हो जाएगा। गोटाबाया के करीबियों की मानें तो वे अभी भी श्रीलंका की सीमा में ही हैं। कल इस्तीफे के सार्वजनिक ऐलान के बाद वे देश छोड़ कर चले चले जाएंगे। 20 जुलाई को संसद नए राष्ट्रपति का चुनाव करेगी। माना जा रहा है कि गोटाबाया के इस्तीफे के बाद राणिल विक्रमसिंघे को तात्कालिक राष्ट्रपति बनाया जा सकता है। 

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