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ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक का बड़ा एक्शन, टैक्स में हेराफेरी के मामले में कंजर्वेटिव पार्टी के चेयरमैन को किया बर्खास्त

बर्खास्तगी की यह कार्रवाई टैक्स की हेराफेरी के कारण की गई है। वे ब्रिटिश वित्त मंत्री रहने के दौरान टैक्स न चुका पाने को लेकर लगातार विपक्ष की आलोचनाओं का सामना कर रहे थे। इस पर ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने इस मामले की जांच के आदेश दिए थे।

ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक का बड़ा एक्शन- India TV Hindi Image Source : FILE ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक का बड़ा एक्शन

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने रविवार को कंजरवेटिव पार्टी के चेयरमैन नादिम जहावी को बर्खास्त कर दिया है। बर्खास्तगी की यह कार्रवाई टैक्स की हेराफेरी के कारण की गई है। वे ब्रिटिश वित्त मंत्री रहने के दौरान टैक्स न चुका पाने को लेकर लगातार विपक्ष की आलोचनाओं का सामना कर रहे थे। इस पर ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने इस मामले की जांच के आदेश दिए थे। स्वतंत्र जांच के बाद ऋषि सुनक ने उन्हें बर्खास्त कर दिया। जांच के बाद नादिम जहावी पर यह कार्रवाई की गई है।

दरअसल, ब्रिटिश पीएम सुनक ने पिछले महीने अपने नैतिक सलाहकार को जहावी की जांच करने का आदेश दिया था। दावा किया गया था कि जहावी ने टैक्स ऑफिसर्स के साथ 5.96 मिलियन डॉलर के समझौते के हिस्से के रूप में जुर्माना अदा किया था। यह आरोप लगाया गया था कि जहावी ने टैक्स ऑफिसर्स के साथ विवाद को सार्वजनिक नहीं किया था।

जानिए कौन हैं जहावी जिन्हें किया गया बर्खास्त

बोरिस जॉनसन जब पीएम थे, तब उन्होंने ने नादिम जहावी को वित्तमंत्री बनाया था। वे जॉनसन के उत्तराधिकारी लिज ट्रस और उनके उत्तराधिकारी ऋषि सुनक के मंत्रिमंडल में भी बने रहे। सुनक ने उन्हें अपनी पार्टी का चेयरमैन बनाया था। जहावी को लिखे पत्र में सुनक ने कहा कि जांच के बाद यह स्पष्ट है कि मंत्रिस्तरीय संहिता का गंभीर उल्लंघन हुआ है। परिणामस्वरूप, मैंने आपको महामहिम की सरकार में आपके पद से हटाने के अपने निर्णय के बारे में सूचित किया है।

क्या है टैक्स में हेराफेरी का मामला?

ब्रिटेन सरकार की ओर से बयान जारी किया गया। इसमें कहा गया कि पीएम ऋषि सुनक ने रविवार को कंजर्वेटिव पार्टी के अध्यक्ष नादिम जहावी को बर्खास्त कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टैक्स का मुद्दा जहावी के 2000 में ओपिनियन पोलिंग फर्म YouGov के सह-संस्थापक से संबंधित है, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके पिता ने इसके लॉन्च का समर्थन करने के लिए हिस्सेदारी ली थी। हालांकि, पिछले साल वित्त मंत्री के रूप में उनकी नियुक्ति के दौरान जहावी के पिता को दिए गए शेयरों पर ब्रिटेन के टैक्स ऑफिस ने असहमति जताई थी।

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