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खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह के वीडियो पर बोला कनाडा, "हम हर धमकी को गंभीरता से लेते हैं"

खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा भारतीय विमानन कंपनी एयर इंडिया को दी गई धमकी को लेकर कनाडा ने सफाई पेश की है। मगर इस दौरान भी कनाडा द्वारा दोहरा चरित्र का प्रदर्शन किया गया है। एक तरफ कनाडा ने गुरपतवंत की वीडियो पर कहा कि वह हर धमकी को गंभीरता से लेते हैं, तो दूसरी तरफ इसे धमकी मानने से इन्कार कर दिया।

खालिस्तानी आतंकी, गुरपतवंत सिंह।- India TV Hindi Image Source : FILE खालिस्तानी आतंकी, गुरपतवंत सिंह।

खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के धमकी भरे वीडियो पर कनाडा ने पहली बार अपना बयान दिया है। हालांकि गुरपतवंत सिंह पर कनाडा की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जबकि इससे पहले भी भारत के खिलाफ गुरपतवंत सिंह ने कई बार इस तरह की खुली धमकियां दी हैं। कई बार तिरंगे को पैरों तले रौंदा है। अब कनाडा सरकार ने कहा है कि वह हर धमकी को गंभीरता से लेती है। बता दें कि  पिछले सप्ताह ऑनलाइन पोस्ट किए गए वीडियो में खालिस्तानी संगठन, सिख फॉर जस्टिस के जनरल काउंसिल गुरपतवंत सिंह पन्नून को धमकी देते दिखाया गया है।

कनाडा के परिवहन मंत्री ने गुरुवार को कहा कि कनाडा की संघीय पुलिस ऑनलाइन प्रसारित वीडियो में 19 नवंबर से एयर इंडिया की उड़ान नहीं भरने की चेतावनी की जांच कर रही है। परिवहन मंत्री पाब्लो रोड्रिग्ज ने ओटावा में संवाददाताओं से कहा, "हम हर धमकी को गंभीरता से लेते हैं, खासकर जब यह एयरलाइंस से संबंधित हो।" उन्होंने कहा, रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस "जांच कर रही है। उन्होंने वीडियो में सिखों को चेतावनी देते हुए कहा, "19 नवंबर के बाद एयर इंडिया से उड़ान न भरें, आपकी जान खतरे में पड़ सकती है।

कनाडा ने अपनाया दोहरा मापदंड

पाब्लो रोड्रिग्ज ने एक तरफ धमकी को गंभीरता से लेने की बात कही, दूसरी ओर गुरपतवंत सिंह की चेतावनी को धमकी मानने से मना कर दिया। उन्होंने कनाडाई मीडिया से कहा कि यह कोई धमकी नहीं है, बल्कि भारतीय व्यवसायों का बहिष्कार करने का आह्वान है। बता दें कि कनाडा में लगभग 770,000 सिख निवास करते हैं, जो वहां की कुल जनसंख्या का लगभग दो प्रतिशत हैं। इससे पहले प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सितंबर में आरोप लगाया था कि जून में वैंकूवर के पास कनाडाई सिख नेता व खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों ने भूमिका निभाई थी। ट्रूडो के इन आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंधों में भारी तनाव चल रहा है।

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