नई दिल्ली। भारतीय कार निर्माता कंपनियां भविष्य की तकनीक में निवेश कर रही हैं और अपनी संपूर्ण प्रोडक्ट लाइन को बीएस-6 उत्सर्जन नियमों के अनुरूप बनाने में जुटी हुई हैं। भारत में अप्रैल 2020 से बीएस-6 उत्सर्जन मानक लागू हो जाएंगे। ऐसे में मार्केट लीडर मारुति सुजुकी ने कुछ अक्रामक प्लान बनाए हैं, जिसमें कंपनी अप्रैल 2020 से पहले नए उत्सर्जन नियमों का पालन सुनिश्चित करेगी और इसी दौरान कई नए मॉडल भी पेश करेगी।
मारुति सुजुकी द्वारा 2016 में इग्निस को लॉन्च किया गया था जो कंपनी की भारत में अंतिम ऑल-न्यू ब्रांड लॉन्चिंग थी। इसके बाद कंपनी ने नई पीढ़ी के लिए अपने मौजूदा लोकप्रिय ब्रांड जैसे डिजायर, स्विफ्ट, सियाज फेसलिफ्ट को लॉन्च किया और 2018 फेस्टिव सीजन में यह ऑल-न्यू 2018 मारुति सुजुकी अर्टिगा को लॉन्च करेगी। इसके बाद कंपनी फरवरी 2019 में नई वैगन आर को लॉन्च करेगी।
मारुति जेन का नए अवतार में होगा कमबैक
मारुति सुजुकी जेन भी ऑल न्यू अवतार में कमबैक करेगी। मारुति ने जेन ब्रांड को सबसे पहले 15 साले पहले 1993 में हैचबैक के रूप में लॉन्च किया था। लेकिन इस बार जेन को कंपनी एक कॉम्पैक्ट एसयूवी या एक स्मॉल क्रॉसओवर के रूप में लॉन्च कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक कंपनी को फ्यूचर एस कॉन्सेप्ट के लिए बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है और कंपनी नई स्मॉल एसयूवी के विकास में जुटी हुई है। प्रोडक्ट डेवलपमेंट एक निरंतर और लंबी प्रक्रिया है, कंपनी ने इसके बारे में अभी तक कोई आधिकारिक खुलासा नहीं किया है।
मारुति सुजुकी दोहरा चुकी है इतिहास
इससे पहले मारुति सुजुकी अपने बलेनो ब्रांड को भी दोबारा भारतीय बाजार में लॉन्च कर चुकी है, जो वर्तमान में भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों की लिस्ट में शामिल है। मारुति सुजुकी जेन 1990 के पीढ़ी के बीच काफी लोकप्रिय रही है।
फ्यूचर एस कॉन्सेप्ट को किया गया है भारत में तैयार
मारुति सुजुकी के फ्यूचर एस कॉन्सेप्ट को पूरी तरह से भारत में कंपनी के आरएंडडी सेंटर पर डिजाइन और विकसित किया गया है। इसका डिजाइन एक स्मॉल एसयूवी जैसा है। एसयूवी इस समय डिमांड में है। फ्यूचर एस का डिजाइन और आकार भारतीय बाजार के एकदम अनुरूप है।
जेन ब्रांड को वापस लाने के हैं कई कारण
मारुति सुजुकी के लिए जेन ब्रांड को वापस लाने के यहां कई और भी कारण हैं। जेन ब्रांड ने भारत में 16 साल बाजार पर राज किया है। इसके बाद इसने जेन एस्टिलो के नाम से कमबैक किया था। बाद में कंपनी ने 2010 में इसे बंद कर दिया। मारुति सुजुकी जेन मारुति की पहली ऐसी कार थी जिसे यूरोप में निर्यात किया गया था। कंपनी ने भारत में जेन की 7.60 लाख यूनिट बेची थी और 1.22 लाख यूनिट का निर्यात किया था।