नई दिल्ली। किसी संकट की स्थिति में सोशल मीडिया पर पूर्ण प्रतिबंध का 88 फीसदी भारतीय द्वारा समर्थन किए जाने की संभावना है। मार्केट रिसर्च फर्म इपसोस के सर्वेक्षण में यह बात कही गई है। यह सर्वेक्षण 28 देशों में किया गया, जहां लोगों से पूछा गया कि क्या सरकार को सोशल मीडिया प्लेटफार्मो को बंद करने का अधिकार होना चाहिए।
कुछ देशों में इसका पुरजोर समर्थन किया गया, जिसमें मलेशिया (75 फीसदी), सऊदी अरब (73 फीसदी), चीन (72 फीसदी) और ब्रिटेन (69 फीसदी) शामिल है, जबकि प्रतिबंध का सबसे कम समर्थन करने वाले देशों में अर्जेटीना (47 फीसदी), सर्बिया (49 फीसदी) और जापान (50 फीसदी) हैं।
ज्यादातर भारतीय ने कहा कि आतंकवादी हमले के दौरान फर्जी खबरों के फैलने से रोकने के लिए वे अस्थायी रूप से सोशल मीडिया पर प्रतिबंध का समर्थन करेंगे।
इपसोस पब्लिक अफेयर्स, कॉर्पोरेट रेपुटेशन और कस्टमर एक्सपीरिएंस, भारत के कंट्री सर्विस लाइन लीडर परीजात चक्रवर्ती का कहना है कि सोशल मीडिया से स्थिति और बिगड़ने का खतरा होता है, क्योंकि यहां पर सभी तरह की बातचीत होती है। करीब 80 फीसदी भारतीय का मानना है कि सरकार को अच्छी तरह पता है कि सोशल मीडिया को कब बंद करना है।