मुंबई। सार्वजनिक क्षेत्र के देना बैंक के निदेशक मंडल ने सोमवार को बैंक आफ बड़ौदा के साथ विलय को मंजूरी दे दी। पिछले सप्ताह ही सरकार ने बैंक आफ बड़ौदा, विजया बैंक तथा देना बैंक के विलय की घोषणा की। विलय के बाद संपत्ति तथा शाखाओं के लिहाज से यह देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक होगा।
देना बैंक ने शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा, ‘‘निदेशक मंडल की बैठक में बैंक आफ बड़ौदा (बीओबी) तथा विजया बैंक के साथ हमारे बैंक के विलय की सिफारिश करने का फैसला किया गया है।’’ इस विलय से एक ऐसा बैंक अस्तित्व में आएगा जो व्यापार पैमाने के लिहाज से वैश्विक बैंकों के अनुरूप होगा और प्रभावी तरीके से देश तथा विदेशें में प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम होगा।’’
बैंक ने कहा, ‘‘हमारे बैंक का बीओबी तथा विजया बैंक के साथ विलय से एक मजबूत बैंक अस्तित्व में आएगा।’’ विलय के बाद अस्तित्व में आने वाला बैंक भारतीय स्टेट बैंक के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक होगा। जून 2018 की स्थिति के अनुसार इन तीनों बैंकों का संयुक्त रूप से कारोबार 14,820 अरब रुपये होगा। पिछले सप्ताह विलय की घोषणा करते हुए वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार ने कहा था कि विलय के बाद बनने वाली इकाई वित्तीय रूप से अधिक सुदृढ़ होगी।