
ICRA report on domestic aviation industry
नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी आईसीआरए का अनुमान है कि घरेलू यात्री टैफिक 2020-21 के दौरान 41 से 46 प्रतिशत के बीच नीचे जा सकता है। रेटिंग एजेंसी ने एक अध्ययन में कहा है कि कोविड-19 के प्रकोप का असर अधिक मजबूत होगा और अंतर्राष्ट्रीय यात्रा पर यह घरेलू यात्रा की तुलना में अधिक लंबे समय तक बना रहेगा।
अध्ययन रपट में कहा गया है, "इस प्रकार, वित्त वर्ष 2021 में भारतीय वाहकों के लिए अंतर्राष्ट्रीय यात्री वृद्धि दर में वर्ष दर वर्ष आधार 67-72 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिल सकती है। वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में यातायात में काफी सुधार हो सकता है, और वर्ष दर वर्ष आधार गिरावट घटकर 30-40 प्रतिशत हो सकती है।" अध्ययन के अनुसार, भले ही घरेलू हवाई यातायात की सीमित रूप से शुरुआत हो चुकी है, लेकिन इससे वित्त वर्ष 2021 में उद्योग को खोई जमीन हासिल करने में कोई मदद नहीं मिल पाएगी।
रपट में कहा गया है, "हालांकि वित्त वर्ष 2021 के उत्तरार्ध में कुछ रिकवरी दिखाई देगी। वित्त वर्ष 2021 की तीसरी मिताही में वर्ष दर वर्ष आधार पर घरेलू यात्री ट्रैफिक में गिरावट मात्र 3-14 प्रतिशत रहेगी।" उल्लेखनीय है कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण 25 मार्च से ही हवाई सेवा निलंबित है। घरेलू हवाई सेवा 25 मई से एक चरणबद्ध तरीके से बहाल हुई है।
मौजूदा समय में विमानन कंपनियों को अपनी कुल क्षमता के मात्र 45 प्रतिशत की ही तैनाती की अनुमति है।नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने शुक्रवार को वाणिज्यिक अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के संचालन पर रोक 31 जुलाई तक बढ़ा दी।