Thursday, December 12, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. किन भारतीयों के पास है देश और विदेश में कालाधन, जानकारी देने से सरकार का इंकार

किन भारतीयों के पास है देश और विदेश में कालाधन, जानकारी देने से सरकार का इंकार

वित्त मंत्रालय ने कालेधन के अनुमान को लेकर तैयार तीन रिपोर्टों को साझा करने से इनकार कर दिया है।

Written by: Sachin Chaturvedi @sachinbakul
Published : July 23, 2018 16:03 IST
black money- India TV Paisa

black money

नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने कालेधन के अनुमान को लेकर तैयार तीन रिपोर्टों को साझा करने से इनकार कर दिया है। मंत्रालय का कहना है कि इन रिपोर्टों का खुलासा करना संसद के विशेषाधिकार का उल्लंघन होगा। ये तीनों रिपोर्ट देश और विदेश में भारतीयों के पास मौजूद कालेधन के बारे में हैं।

तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने 2011 में दिल्ली के नेशनल इंस्टिट्यूट आफ पब्लिक फाइनेंस एंड पालिसी (एनआईपीएफपी) और नेशनल काउंसिल आफ एप्लाइड इकनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) तथा राष्ट्रीय वित्तीय प्रबंधन संस्थान (एनआईएफएम), फरीदाबाद से ये अध्ययन कराए थे। सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मांगी गई जानकारी के जवाब में वित्त मंत्रालय ने कहा कि एनआईपीएफपी, एनसीएईआर और एनआईएफएम की रिपोर्टें सरकार को क्रमश : 30 दिसंबर 2013, 18 जुलाई 2014 और 21 अगस्त 2014 को मिली थीं।

मंत्रालय ने कहा कि ये रिपोर्टें पिछले साल 21 जुलाई को वित्त पर संसद की स्थायी समिति को सौंपी गईं। अब यह मामला समिति के पास है। एक पीटीआई संवाददाता के आरटीआई आवेदन के जवाब में मंत्रालय ने कहा, ‘इस तरह की सूचना का खुलासा संसद के विशेषाधिकार का उल्लंघन होगा। ऐसे में आरटीआई कानून की धारा 8 (1) (सी) के तहत इस तरह की सूचना का खुलासा नहीं करने की छूट है।’

इस धारा के तहत उन सूचनाओं का खुलासा करने पर रोक है जिनसे संसद के विशेषाधिकार का हनन होता हो। फिलहाल देश और विदेश में भारतीयों के कालेधन का कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है। अमेरिकी शोध संस्थान ग्लोबल फाइनेंशियल इंटिग्रिटी (जीएफआई) के एक अध्ययन के अनुसार 2005 से 2014 के दौरान भारत में अनुमानत : 770 अरब डॉलर का काला धन आया। इस अवधि में देश से 165 अरब डॉलर का कालाधन बाहर गया।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement