नयी दिल्ली। वित्त मंत्रालय के प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने कहा कि रिजर्व बैंक को रुपये की गिरावट थामने के लिए ब्याज दर बढ़ाने की जरूरत नहीं है क्योंकि इस परिस्थिति से निपटने के लिए उसके पास पर्याप्त उपाय बचे हुए हैं। उन्होंने रिजर्व बैंक द्वारा परिस्थिति पर सतत नजर रखने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था 400 अरब डॉलर के विदेशी मुद्रा भंडार के साथ मजबूत स्थिति में है।
सान्याल ने यहां कहा, ‘‘हमारे पास अभी काफी विदेशी मुद्रा भंडार हे। हमारे पास करीब 400 अरब डॉलर हैं। वृहद आर्थिक मोर्चे पर मुद्रास्फीति तथा अन्य दिक्कतें नहीं हैं। अत: हम ऐसी स्थिति में हैं कि रुपये को गिरने दिया जा सकता है।’’ उन्होंने कहा कि कई उभरती अर्थव्यवस्थाओं ने व्यापार युद्ध के मद्देनजर अपनी मुद्रा को गिरने दिया है।
सान्याल ने कहा, ‘‘सवाल उठता है कि इसे रोकने के लिए हमें तुरंत ब्याज दर बढ़ा देना चाहिए। मेरा मानना है कि यह इस समय अनावश्यक होगा।’’ मेरे हिसाब से यह अनावश्यक है क्योंकि ब्याज दर की जहां तक बात है, मौद्रिक नीति समिति की पहली चिंता मुद्रास्फीति है और वह फिलहाल बेहतर स्थिति में है।