नई दिल्ली। देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बड़ी कमी आने की संभावना है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में पिछले नौ दिनों के दौरान 7 डॉलर प्रति बैरल की गिरावट आ चुकी है।
इस वजह से पिछले दो दिनों से पेट्रोल और डीजल की कीमत कम हो रही है। गुरुवार को पेट्रोल 6 पैसे प्रति लीटर और डीजल 12 पैसे प्रति लीटर सस्ता हुआ था। शुक्रवार को पेट्रोल के दाम में सबसे बड़ी 17 पैसे की कटौती चेन्नई में हुई है। दिल्ली में 16 पैसे प्रति लीटर की कटौती के साथ पेट्रोल 76.62 रुपए की दर से बिक रहा है, जबकि डीजल के दाम में 12 पैसे की कटौती हुई है और यह 68.23 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। इसी तरह मुंबई में पेट्रोल की कीमत 16 पैसे प्रति लीटर घटी है और यह 84.06 रुपए की दर से बिक रहा है, जबकि डीजल 12 पैसे सस्ता होकर 72.44 रुपए प्रति लीटर की दर से बिक रहा है।
पेट्रोल व डीजल की कीमतों में आगे और भी कमी आने की उम्मीद है। सार्वजनिक तेल विपणन कंपनियां पेट्रोल और डीजल के घरेलू दाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ईंधन के मूल्य, एक्सचेंज रेट और टैक्स के आधार पर तय करती हैं।
तेल कंपनियों के पास यह स्वतंत्रता है कि वह दैनिक आधार पर तेजी या मंदी का बोझ ग्राहकों पर डालें। ईंधन की घटती कीमतों से सरकार और सत्ताधारी दल दोनों को फायदा होगा, जो लोगों के गुस्से का सामना कर रही है और देश में चारों ओर एक्साइज ड्यूटी कम करने की मांग उठ रही है।
पिछले 10 दिनों में अंतरराष्ट्रीय क्रूड तेल के दाम में तेज गिरावट आई है। गुरुवार को ब्रेंट क्रूड का भाव घटकर 72 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। प्रमुख उत्पादक देशों द्वारा उत्पादन बढ़ाए जाने और अमेरिका एवं चीन के बीच व्यापार युद्ध के डर से तेल की मांग पर विपरीत असर पड़ा है, जिसकी वजह से इसकी कीमतों पर भी दबाव बन गया है।