नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने शुक्रवार को कहा कि उसके निदेशक मंडल ने बेसेल-3 अनुपालन वाले बांड जारी कर 8,931 करोड़ रुपए जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि पूंजी जुटाने वाली समिति के निदेशकों ने आज हुई बैठक में बेसेल-3 के तहत आने वाले 89,310 गैर-परिवर्तनीय, कर योग्य, भुनाने योग्य, अधीनस्थ, प्रतिभूति रहित और पूर्ण चुकता ऋण पत्र जारी करने को मंजूरी दे दी।
ये बांड कुल मिलाकर 8,931 करोड़ रुपए के होंगे। बैंक ने कहा कि इन बांड का अंकित मूल्य 10 लाख रुपए प्रति बांड होगा और परिपक्वता अवधि 15 साल की होगी। इनके ऊपर सालाना 6.80 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा। बैंक ने बताया कि यह बांड कॉल ऑप्शन के साथ आएंगे और निवेशक 10 साल के बाद इन बांड को कभी भी बेच सकते हैं।
कॉल ऑप्शन का मतलब है कि बांड को जारी करने वाला परिपक्वता अवधि से पहले ही निवेशकों को मूल राशि का भुगतान कर बांड को वापस ले सकता है। बेसेल-3 पूंजी नियम के तहत, बैंकों को अपनी पूंजी योजना प्रक्रिया को बेहतर और मजबूत बनाने की आवश्कयता होती है। घरेलू बैंकों द्वारा बेसेल-3 नियम 2013 से चरणबद्ध ढंग से लागू किए जा रहे हैं। एसबीआई का शेयर बीएसई पर 1.87 प्रतिशत के उछाल के साथ 198.35 रुपए पर बंद हुआ।