देश मोबाइल कम्युनिकेशन की नई पीढ़ी यानि 5G की दुनिया में कदम रखने जा रहा है। इसी हफ्ते केंद्र सरकार की केबिनेट ने 20 साल के लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी की घोषणा कर दी है। स्पेक्ट्रम की नीलामी जुलाई से शुरू होगी। इन सरकारी घोषणाओं के बीच हर किसी के मन में यही सवाल उठ रहा है कि हमारे फोन में कब से 5जी सेवाएं शुरू होंगी और इनके लिए हमें कितने पैसे खर्च करने होंगे।
कब से शुरू होंगी 5जी सेवाएं
भारत में 5जी सेवाओं की शुरूआत कब से होगी, इसका जवाब केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिया। वैष्णव ने बताया कि देश में अगस्त-सितंबर से 5जी सेवाओं की शुरुआत हो जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि साल के अंत तक 20-25 शहरों और कस्बों में 5जी सेवाओं की शुरुआत हो जाएगी। भारत में मौजूद एयरटेल जियो और वोडाफोन इन सेवाओं की पहले ही टेस्टिंग कर चुकी हैं। ऐसे में नीलामी के तुरंत बाद ये कंपनियों अपने 5जी प्लान के साथ बाजार में एंट्री करेंगी।
क्या महंगी होंगी 5जी सेवाएं
अब सवाल होता है कि 5जी सेवाएं 4जी सेवाओं से महंगी होंगी, क्या आम लोगों के लिए 5जी सेवाओं का उपयोग करना मुश्किल होगा या फिर 4जी की सेवाओं की कीमत पर ही ये सेवाएं उपलब्ध होंगी। वैष्णव ने बताया कि भारत में डेटा की मौजूदा कीमतें वैश्विक औसत से काफी कम हैं। उन्होंने आज भी भारत में डेटा दरें लगभग दो अमेरिकी डॉलर हैं, जबकि वैश्विक औसत 25 अमेरिकी डॉलर है। ऐसे में नई सेवाओं की शुरुआत के साथ भारत में डेटा कीमतें दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले कम बनी रहेंगी।
फर्जी कॉल पर लगाम लगेगी
वैष्णव ने बताया कि अवांछित कॉलों के मुद्दे को हल करने के लिए मंत्रालय एक महत्वपूर्ण नियमन पर काम कर रहा है। इसके तहत किसी भी कॉल करने वाले के केवाईसी-पहचान वाले नाम को जाना जा सकेगा