Saturday, April 27, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ेगी भारतीय अर्थव्यवस्था, इस साल जीडीपी ग्रोथ इतनी फीसदी रहने की उम्मीद

दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ेगी भारतीय अर्थव्यवस्था, इस साल जीडीपी ग्रोथ इतनी फीसदी रहने की उम्मीद

रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन, जो दूसरी सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, उसकी विकास संभावनाएं जनवरी से 0.5 प्रतिशत बढ़कर 5.3 प्रतिशत हो गईं, असके कारण कोविड प्रतिबंध हटा लिए गए, जिससे उपभोक्ता खर्च और निवेश में सुधार हुआ।

Alok Kumar Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: May 17, 2023 14:32 IST
भारतीय अर्थव्यवस्था- India TV Paisa
Photo:PTI भारतीय अर्थव्यवस्था

संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार को कहा कि दुनिया में भारतीय अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से बढ़ेगी। वहीं, इस वर्ष भारत की आर्थिक वृद्धि दर 5.8 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। संयुक्त राष्ट्र की विश्व आर्थिक स्थिति और संभावनाओं की रिपोर्ट के मिडइयर अपडेट ने अगले साल के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को लचीली घरेलू मांग द्वारा समर्थित 6.7 प्रतिशत पर रखने का अनुमान लगाया है। रिपोर्ट को जारी करते हुए संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक आर्थिक निगरानी शाखा के प्रमुख, हामिद राशिद ने कहा कि भारत विश्व अर्थव्यवस्था में चमकदार स्थान पर बना हुआ है, जिसमें कई सकारात्मक चीजें शामिल हैं। मुद्रास्फीति में उल्लेखनीय रूप से लगभग 5.5 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने कहा, इसका मतलब है कि राजकोषीय विस्तार और मौद्रिक आवास दोनों के लिए महत्वपूर्ण स्थान होगा, इससे घरेलू मांग का समर्थन होगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि बाहरी जोखिम है।

वैश्विक अर्थव्यवस्था का असर देखने को मिलेगा

राशिद ने कहा कि यदि वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति और बिगड़ती है व अधिक सख्त हो जाती है, तो भारत को विशेष रूप से निर्यात के लिए कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। जहां तक भारत की वृद्धि दर और भी ऊंची होने की बात है, उन्होंने कहा कि यह काफी अनिश्चितता के अधीन है, विशेष रूप से बाहरी वातावरण में। लेकिन उन्होंने कहा, हम अभी वर्ष के लिए अपने पूवार्नुमान के साथ बहुत आश्वस्त हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि अच्छी क्रेडिट रेटिंग वाली उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में वित्तीय स्थिति आम तौर पर अपेक्षाकृत स्थिर रही है।

जीडीपी ग्रोथ अनुमान को घटाया

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पिछले महीने चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 5.9 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था, जबकि विश्व बैंक (डब्ल्यूबी) ने इसे 6.3 प्रतिशत और एशियाई विकास बैंक ने 6.4 प्रतिशत पर रहने का अनुमान लगाया था। भारत के रिजर्व बैंक का अनुमान 6.5 प्रतिशत है। लेकिन दोनों बड़े अंतरराष्ट्रीय संस्थानों ने अनुमानों को पहले वाले से थोड़ा कम कर दिया - आईएमएफ ने 0.2 प्रतिशत और विश्व बैंक ने 0.3 प्रतिशत। संयुक्त राष्ट्र की नवीनतम रिपोर्ट में पूरे दक्षिण एशिया के लिए समग्र विकास परियोजनाओं में 0.1 प्रतिशत की कटौती कर इस वर्ष 4.7 प्रतिशत और अगले वर्ष 5.8 प्रतिशत कर दिया गया है। संयुक्त राष्ट्र ने पूरे क्षेत्र में मुद्रास्फीति के 11 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है, जो पिछले साल की तुलना में 1.9 फीसदी कम है।

महंगाई से त्रस्त रहेंगे पाकिस्तान और श्रीलंका

स्थानीय मुद्राओं के कमजोर होने के कारण पाकिस्तान और श्रीलंका के लिए मुद्रास्फीति की दर दोहरे अंकों में रहने की उम्मीद है। लेकिन भारत की मुद्रास्फीति में 5.5 प्रतिशत की गिरावट का परिणाम होगा, क्योंकि वैश्विक कमोडिटी की कीमतें मध्यम और धीमी मुद्रा की सराहना आयातित मुद्रास्फीति को कम करती है। इस रिपोर्ट में इस वर्ष वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास संभावनाओं में उम्मीद की किरण देखी गई, जो जनवरी के प्रक्षेपण से 0.4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2.3 प्रतिशत हो गई, हालांकि आर्थिक विश्लेषण और नीति प्रभाग के निदेशक शांतनु मुखर्जी ने चेतावनी दी कि उदास तस्वीर अभी भी कायम है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन, जो दूसरी सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, उसकी विकास संभावनाएं जनवरी से 0.5 प्रतिशत बढ़कर 5.3 प्रतिशत हो गईं, असके कारण कोविड प्रतिबंध हटा लिए गए, जिससे उपभोक्ता खर्च और निवेश में सुधार हुआ। रिपोर्ट के अमेरिकी विकास अनुमान को 0.7 प्रतिशत से बढ़ाकर 1.1 प्रतिशत और यूरोपीय संघ के 0.7 प्रतिशत से 0.9 प्रतिशत तक बढ़ाया गया।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement