Union Budget Facts: देश के आम बजट को आने में कुछ ही दिन बाकी हैं, जहां आगामी 1 फरवरी, 2023 को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आम बजट- 2023 को प्रस्तुत किया जाना है, बता दें कि कोविड के बाद देश की आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई थी। वहीं अब धीरे- धीरे यह पटरी पर लौट रही हैं, इसके साथ ही तेजी से आगे भी बढ़ रही हैं, दूसरी ओर तमाम सेक्टर वित्त मंत्री से उम्मीद लगाये बैठे हैं कि उनके लिये कुछ न कुछ सौगात बजट - 2023 में देखने को मिलेगी। वहीं बजट के आने के पहले से इससे जुड़ी बातों के बारे में आपको अवश्य जान लेना चाहिये, आज हम आपको यूनियन बजट से जुड़े उन्हीं इंट्रेस्टिंग फैक्ट्स के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
यह है यूनियन बजट यानि आम बजट का इतिहास
बता दें कि वार्षिक वित्त रिपोर्ट को आम बजट कहा जाता है, जहां संविधान के अनुच्छेद 112 में आय-व्यय का लेखा जोखा है। जानकारी के अनुसार देश का पहला बजट 7 अप्रैल, 1860 को पेश किया गया था, जिसे ब्रिटिश सरकार के वित्त मंत्री जेम्स विल्सन ने पेश किया था। इसके बाद भारत को आजादी मिलने के बाद आरके षणमुखम चेट्टी भारत के पहले वित्त मंत्री बने, जिन्होंने 26 नवम्बर, 1947 को बजट पेश किया। इसके बाद संविधान के गठन के बाद पहला बजट 28 फरवरी, 1950 को पेश किया गया।
ऐसे तैयार होता है बजट
बता दें कि बजट को वित्त मंत्रालय, नीति आयोग और दूसरे मंत्रालय मिलकर तैयार करते हैं। वहीं वित्त मंत्रालय इसके खर्च के अनुसार नियमों को जारी करता है, जिसमें अलग अलग विभागों के बीच फंड देने को लेकर चर्चा होती है। वहीं बजट बनाने की प्रक्रिया आमतौर पर सितम्बर माह में शुरू होती है, वहीं वित्त मंत्रालय इस दौरान यह ब्लू प्रिंट बनाता है कि किस विभाग की कितनी रकम मिलेगी।
ये हैं यूनियन बजट से जुड़े रोचक तथ्य
यूनियन बजट को प्रस्तुत करने के दौरान वित्त मंत्री का भाषण सबसे सुरक्षित दस्तावेज माना जाता है, वहीं बजट को दो दिन पहले ही तैयार किया जाता है। वहीं बजट को तैयार करने के दौरान वित्त मंत्रालय के कर्मचारी- अधिकारी दफ्तर में ही रहते हैं, जिन पर कड़ी निगरानी रखी जाती है, इसके साथ ही इस दौरान इन कर्मचारियों और अधिकारियों को परिवार के सदस्यों से बातचीत करने की अनुमति भी नहीं दी जाती है।