Reliance Jio ने करीब 1,000 शहरों में 5जी सेवाएं शुरू करने की तैयारियां पूरी करने के साथ स्वदेश में विकसित अपने 5जी दूरसंचार उपकरणों का परीक्षण भी किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि उसकी दूरसंचार इकाई जियो ने वित्त वर्ष 2021-22 में अपनी शत-प्रतिशत स्वदेशी तकनीक के साथ 5जी सेवाओं के लिए खुद को तैयार करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। हाल में संपन्न 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में रिलायंस जियो सबसे बड़ी बोलीकर्ता के रूप में उभरी है। नीलामी में लगाई 1.50 लाख करोड़ रुपये की बोलियों में से जियो ने अकेले 88,078 करोड़ रुपये की बोलियां लगाई थीं।
5जी सेवाओं का परीक्षण किया
आरआईएल की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘देश के 1,000 शहरों में 5जी सेवाएं देने की जियो की योजना पूरी हो गई है। इस दौरान हीट मैप, 3डी मैप और रे-ट्रेसिंग प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर लक्षित उपभोक्ता खपत और राजस्व की संभावना को आधार बनाया गया।’’ कंपनी ने कहा कि जियो ने 5जी तकनीक से जुड़ी सेवाओं का जमीनी स्तर पर परीक्षण भी किया है। इस दौरान संवर्द्धित वास्तविकता (एआर), आभासी वास्तविकता (वीआर), क्लाउड गेमिंग, टीवी स्ट्रीमिंग, संबद्ध अस्पतालों एवं औद्योगिक उपयोग को परखा गया। दूरसंचार विभाग का कहना है कि 5जी स्पेक्ट्रम पर आधारित सेवाएं शुरू होने से 4जी की तुलना में 10 गुना तेजी से डाउनलोड किया जा सकेगा और स्पेक्ट्रम की सक्षमता भी करीब तीन गुना बढ़ जाएगी।
हरित ऊर्जा के क्षेत्र में ‘परचम’ लहराने की तैयारी
रसंचार क्षेत्र में अपना परचम लहराने के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) अब हरित ऊर्जा क्षेत्र में अपनी इस सफलता को दोहराने की तैयारी कर रही है। रिलायंस समूह के चेयरमैन मुकेश अंबानी अगले पांच से सात वर्षों में हरित ऊर्जा क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ने का इरादा रखते हैं। हरित ऊर्जा क्षेत्र में छह लाख करोड़ रुपये का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताने के बाद अंबानी का कहना है कि रिलायंस इस कारोबार में निवेश बढ़ाएगी। यह कारोबार अगले 12 माह में शुरू हो जाएगा। आरआईएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अंबानी ने कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट में कहा, ‘‘अगले 12 महीनों में हरित ऊर्जा मूल्य श्रृंखला में हमारा निवेश धीरे-धीरे शुरू हो जाएगा और यह अगले कुछ वर्षों में बढ़ेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह नया ‘वृद्धि का इंजन’ केवल पांच से सात साल में हमारे सभी मौजूदा वृद्धि के इंजनों को पीछे छोड़ सकता है।’’