
Sovereign Gold Bond
Highlights
- SGB की 2022-23 की पहली श्रृंखला 20 जून से पांच दिनों के लिए खुल रही है
- इसके लिए इश्यू प्राइज 5,091 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है
- ग्राहकों को डिजिटल पेमेंट पर Rs. 50/G डिस्काउंट भी मिलता है
Sovereign Gold Bond: महंगाई के इस दौर में यदि सोना सस्ते में मिल जाए तो क्या बात है, और जब सरकार ही सोने की खरीद पर डिस्काउंट दे रही हो तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। सोने में निवेश हमेशा सबसे सुरक्षित विकल्प माना जाता है। यही ध्यान में रखते हुए सरकार नवंबर 2015 सॉवरेन गोल्ड बॉण्ड स्कीम चला रही है। इसमें सरकार ऑनलाइन या डिजिटल माध्यम से खरीद पर 50 रुपये प्रति ग्राम की दर से छूट दे रही है।
5,091 रुपये प्रति ग्राम कीमत तय
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जानकारी देते हुए बताया कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) स्कीम की वित्त वर्ष 2022-23 की पहली श्रृंखला 20 जून से पांच दिनों के लिए खुल रही है। जिसमें कोई भी निवेशक गोल्ड बॉण्ड को खरीद सकता है। इसके लिए इश्यू प्राइज 5,091 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है। मौजूदा वित्तवर्ष के लिए एसजीबी योजना का पहला चरण 20 से 24 जून, 2022 के बीच खुलेगे।
ग्राहकों को मिलेगा डिस्काउंट
इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें ग्राहकों को डिजिटल पेमेंट पर डिस्काउंट भी मिलता है। आरबीआई ने कहा, ‘‘ऑनलाइन या डिजिटल माध्यम से स्वर्ण बांड खरीदने वाले निवेशकों के लिये बॉण्ड की कीमत 50 रुपये प्रति ग्राम कम होगी। इस तरह के निवेशकों के लिए स्वर्ण बांड का निर्गम मूल्य 5,041 रुपये प्रति ग्राम है।’’
कौन ले सकता है गोल्ड बॉण्ड
रिजर्व बैंक ने बताया कि गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 की दूसरी श्रृंखला 22 से 26 अगस्त के दौरान उपलब्ध होगी। केंद्रीय बैंक भारत सरकार की तरफ से बांड जारी करता है। ये भारत के नागरिक, अविभाजित हिंदू परिवार (एचयूएफ), ट्रस्ट, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थाओं को ही बेचे जा सकते है।
पिछले साल बिके 13 हजार करोड़ के बॉण्ड
पिछले वित्त वर्ष यानि 2021-22 में रिजर्व बैंक ने 10 किस्तों में गोल्ड बॉण्ड स्कीम पेश की। जिसमें कुल 12,991 करोड़ रुपये के एसजीबी जारी किये गये थे। यहां बता दें कि व्यक्तिगत खरीदार अधिकतम चार किलोग्राम सोना खरीद सकता है। वहीं एचयूएफ के लिए यह लिमिट 4 किलोग्राम और ट्रस्ट या ऐसी ही संस्थाओं के लिए लिमिट 20 किलोग्राम है।