Bearish Market:Stock Market में गिरावट बढ़ गई है। आखिरी कारोबारी ट्रेडिंग सेशन में 1,342 अंक लुढ़कर 52,750.35 पर कारोबार कर रहा है। वहीं, निफ्टी 384.50 अंक टूटकर 15,782.60 अंक पर कारोबार कर रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी ने अपना अपना अहम सपोर्ट तोड़ दिया है। ऐसे में आगे भी बाजार में बड़ी गिरावट की आशंका जताई जा रही है।
निवेशकों के सिर्फ 8 दिन में 23 लाख करोड़ डूबे
मई महीने में हुए 8 कारोबारी दिन में ही निवेशकों को 23 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो गया है। दरअसल, 2 मई को बीएसई पर सचीबद्ध कंपनियों का पूंजीकरण 2,65,88,212.16 करोड़ रुपये था। हालांकि, उसके बाद लगातार बाजार में बिकवाली देखने को मिल रही है। इसके चलते 12 मई को सुबह तक बीएसई पर सचीबद्ध कंपनियों का पूंजीकरण घटकर 2,42,01,781.70 करोड़ रुपये हो गया है। इससे निवेशकों को सिर्फ आठ दिन में 23 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा है।
सभी इंडेक्स लाल निशान में पहुंचे
बाजार में गिरावट बढ़ने से बैंक, रियल्टी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, एफएमसीजी, आईटी समेत सभी इंडेक्स में दो से तीन फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है। वहीं, इंडिया विक्स में 5.30 फीसदी उछलकर 24.01 फीसदी पर पहुंच गया है। यह बाजार में अस्थिरता को बता रहा है। यानी आगे भी बाजार में बड़ी गिरावट आ सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे में निवेशक अभी बाजार से एकदम दूर रहें और लोभ में आकर निवेश नहीं करें।
बाजार में गिरावट की पांच बड़ी वजह
- दुनिया सहित भारत में महंगाई और बढ़ने की आशंका
- भारतीय बाजार से विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली
- रिजर्व बैंक द्वारा जून में एक और ब्याज बढ़ोतरी की आशंका
- वोलैटिलिटी इंडेक्स विक्स 5 फीसदी चढ़कर 24 फीसदी के पार
- कंपनियों के कमाजोर नतीजे और बॉन्ड, यील्ड पर बेहतर रिटर्न
इन शेयरों में बड़ी गिरावट
सेंसेक्स में अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, एम ऐंड एम, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, बजाज फिनसर्व और लार्सन ऐंड टुब्रो शुरुआती कारोबार में गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर केवल पॉवर ग्रिड ही हरे निशान में था। पिछले कारोबारी सत्र में, बुधवार को तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 276.46 अंक यानी 0.51 प्रतिशत के नुकसान के साथ 54,088.39 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 72.95 अंक यानी 0.45 प्रतिशत गिरकर 16,167.10 अंक पर खिसक गया। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.19 प्रतिशत गिरकर 106.22 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया। शेयर बाजारों से उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 3,609.35 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।