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Stock Market पर हावी रूस यूक्रेन संकट की चिंता, उतार-चढ़ाव के बीच सेंसेक्स 145 अंक टूटकर बंद

सेंसेक्स के शेयरों में एनटीपीसी, एसबीआई, अल्ट्राटेक सीमेंट, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व और बजाज फाइनेंस प्रमुख रूप से नुकसान में रहे।

India TV Paisa Desk Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: February 16, 2022 17:59 IST
Stock Market- India TV Paisa

Stock Market

मुंबई। भारी उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 145 अंक से अधिक टूटकर 58,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया। रूस-यूक्रेन के बीच तनाव दूर होने के संकेत के साथ वैश्विक बाजारों में तेजी के बावजूद घरेलू बाजारों में गिरावट रही। तीस शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक- सेंसेक्स में कारोबार के दौरान 800 अंकों का उतार-चढ़ाव आया। अंत में यह 145.37 अंक यानी 0.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,996.68 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी लाभ-हानि के बीच घूमते हुए अंत में 30.25 अंक यानी 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,322.20 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 22 नीचे आए। सेंसेक्स के शेयरों में एनटीपीसी, एसबीआई, अल्ट्राटेक सीमेंट, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व और बजाज फाइनेंस प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। इनमें 1.63 प्रतिशत तक की गिरावट आयी। दूसरी तरफ, भारती एयरटेल का शेयर 1.41 प्रतिशत बढ़त के साथ सबसे अधिक लाभ में रहा। इसके अलावा एचडीएफसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, डॉ.रेड्डीज, कोटक बैंक और नेस्ले इंडिया में भी प्रमुख रूप से तेजी रही। 

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘रूस-यूक्रेन सीमा पर तनाव कम होने के साथ दोपहर के कारोबार में घरेलू शेयर बाजारों में तेजी लौटी। हालांकि, पश्चिमी बाजारों में गिरावट के साथ कारोबार के अंतिम घंटों में तेज बिकवाली हुई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुद्रास्फीति को लेकर वैश्विक स्तर पर दबाव बना हुआ है। ब्रिटेन में मुद्रास्फीति जनवरी में बढ़कर 5.5 प्रतिशत पहुंच गयी, जो 30 साल का उच्चस्तर है। इससे बैंक ऑफ इंग्लैंड पर नीतिगत दर में एक और वृद्धि का दबाव बना है।’’ 

रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि बाजार इस समय वैश्विक धुन पर झूम रहा है और यह प्रवृत्ति बनी रह सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक का ब्योरा तथा रूस-यूक्रेन संकट पर निवेशकों की नजर होगी। इसके अलावा साप्ताहिक आधार पर सौदों के निपटान को देखते हुए बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। हमारा निवेशकों के लिये चीजें साफ होने तक सतर्क रुख का सुझाव बरकरार है।’’ 

एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी अच्छे लाभ में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी दोपहर कारोबार में तेजी का रुख था। इस बीच, वैश्विक कच्चा तेल मानक ब्रेंट वायदा 0.19 प्रतिशत गिरकर 93.06 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। 

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 23 पैसे मजबूत होकर 75.09 पर पहुंच गयी। शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक मंगलवार को पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने 2,298.76 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।

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