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Hindi News बिहार दरभंगा: DMCH अस्पताल के सामने नाले में तैरता दिखा नवजात का शव, वीडियो देख मची सनसनी

दरभंगा: DMCH अस्पताल के सामने नाले में तैरता दिखा नवजात का शव, वीडियो देख मची सनसनी

दरभंगा के DMCH अस्पताल के बाहर नाले में एक नवजात का शव तैरता देखा गया। जैसे ही लोगों ने नाले में बच्चे का शव देखा, इलाके में सनसनी मच गई। इस अस्पताल के गायनिक विभाग के सामने वाले नाले में नवजात बच्चे के तैरते शव का राहगीरों ने वीडियो भी बना लिया।

Newborn's body seen in drain- India TV Hindi Image Source : INDIA TV DMCH अस्पताल परिसर के बाहर नाले में तैरता मिला शव

दरभंगा: उत्तर बिहार के सबसे बड़ा अस्पताल DMCH से लापरवाही और इंसानियत को शर्मशार कर देने वाला दृश्य सामने आया है। इस दृश्य को जिसने भी देखा उसका मुंह खुला और आंखें फटी रह गईं। दरअसल, DMCH के गायनिक विभाग के सामने वाले नाले में एक नवजात शिशु का शव तैरता देखा गया। जिसके बाद यह खबर इलाके में आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते नवजाव को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। वहीं मौके पर मौजूद लोग तरह-तरह की आशंका जाहिर कर रहे थे।

महिला को नाले में तैरता दिखा शव 
दरअसल, पूरा मामला DMCH परिसर का है, जहां शुक्रवार की सुबह गायनिक विभाग के सामने वाले नाले में एक नवजात बच्चे का शव तैरता देखा गया। सबसे पहले वहां से गुजर रही एक महिला की इसपर नजर पड़ी। जिसके बाद उक्त महिला ने आसपास के लोगों को इसकी सूचना दी। इस बीच वहां पर उपस्थित किसी ने इस घटना की सूचना पुलिस के साथ अस्पताल प्रशासन को दी। इसकी जानकारी मिलते ही बेता थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नाले से बाहर निकलवाते हुए मामले की जांच में जुट गई है।

अस्पताल उपाधीक्षक ने झाड़ा पल्ला
वहीं अस्पताल उपाधीक्षक हरेंद्र कुमार ने बताया कि मुझे भी सूचना मिली है कि नाले में एक शव तैर रहा है। यह हमारे यहां का बायो मेडिकल वेस्ट नहीं है। हॉस्पिटल का बायो मेडिकल वेस्ट को अलग से उसे पॉलिथीन में पैक करके रख दिया जाता है। जिसे एजेंसी यहां से ले जाती है और डिस्पोज करती है। वहीं उन्होंने कहा कि यह काम किसी बाहरी तत्वों का लगता है, जो कहीं बाहर से लाकर शव को यहां फेंककर गए होंगे।

चश्मदीद महिला बोली-  इंसानियत को किया शर्मशार
वहीं, मौके पर मौजूद मालती देवी ने कहा कि यह दृश्य इंसानियत को शर्मशार कर देने वाला है। उन्होंने कहा कि वो कैसी मां थी जिसने 9 महीना अपने कोख में रख कर बच्चे को नाले में फेंक दिया। अगर बच्चा खत्म हो गया था तो उसका विधिवत अंतिम संस्कार करना चाहिए था। अगर पालने में किसी प्रकार की कठनाई थी तो किसी ऐसे को दे देना चाहिए था जिसकी गोद अभी तक सुनी है। ऐसे में दोनों घर आबाद हो जाते। 

नवजात के शव को किया जा रहा डिस्पोज
हरेंद्र कुमार ने कहा कि इस तरह का मामला संज्ञान में आया है। अब नियमित रूप से इसकी देखरेख की जाएगी। तत्काल शव को वहां से उठाकर निर्धारित जगह पर रखा जा रहा है, ताकि एजेंसी के द्वारा इसका डिस्पोजल किया जा सके। वही आगे पूछने पर कि गार्डो को क्यों नहीं ध्यान रखने को कहा जाता है। तो इस पर उन्होंने कहा कि गार्ड की इतनी उपलब्धता हमारे पास नहीं है कि सब जगह पर ध्यान रखा जाए। फिर भी हम कोशिश करेंगे कि आगे से ऐसा ना हो।

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