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Hindi News दिल्ली ठंड का टॉर्चर! धर्मशाला, नैनीताल से भी ज्यादा सर्द रही दिल्ली, अभी और गिरेगा पारा

ठंड का टॉर्चर! धर्मशाला, नैनीताल से भी ज्यादा सर्द रही दिल्ली, अभी और गिरेगा पारा

मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में दिल्‍ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में में ठंडी हवाएं चलने के साथ न्यूनतम तापमान में और गिरावट होने की संभावना जताई है।

delhi cold wave- India TV Hindi Image Source : PTI दिल्ली में कड़ाके की ठंड

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को ‘बहुत ठंडा दिन’ दर्ज किया गया और दिल्ली का न्यूनतम तापमान देहरादून, धर्मशाला और नैनीताल से भी नीचे पहुंच गया। विभाग के अनुसार, ‘ठंडा दिन’ तब माना जाता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम रहे और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया जाए। अधिकतम तापमान के सामान्य से 6.5 डिग्री या उससे अधिक कम होने पर उसे ‘बेहद ठंडा दिन’ माना जाता है। दिल्ली में सोमवार को ‘बेहद ठंडा दिन’ था, क्योंकि अधिकतम तापमान कुछ स्थानों पर सामान्य से 10 डिग्री कम दर्ज किया गया था।

तापमान में और गिरावट होने की संभावना
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में दिल्‍ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में में ठंडी हवाएं चलने के साथ न्यूनतम तापमान में और गिरावट होने की संभावना जताई है। IMD के पूर्वानुमान के मुताबिक, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के असर से पहाड़ों पर बर्फबारी होने के साथ नए साल पर सर्दी का सितम और बढ़ने का अनुमान है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा में अलगे 48 घंटे कोहरे का संकट और गहराएगा। ऊंचाई वाले  इलाकों में भारी बर्फबारी के आसार हैं। मैदानी इलाकों में बारिश की भी चेतावनी दी गई है यानी बर्फ, बारिश, कोहरा और शीतलहर एक साथ कहर ढाने के लिए तैयार हैं।

Image Source : ptiदिल्ली में कड़ाके की ठंड

इसलिए हो रही दिन के तापमान में गिरावट
दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान करीब 16 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। इसकी तुलना में देहरादून में न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस, धर्मशाला में 6.2 डिग्री सेल्सियस और नैनीताल में 7.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों ने दिन के तापमान में इस गिरावट के लिए मैदानी इलाकों से गुजरने वाली उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं और कोहरे के मौसम के कारण कम धूप निकलने को जिम्मेदार ठहराया है।

पहाड़ों में फिर से बर्फबारी
‘स्काईमेट वेदर’ के मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन संबंधी विभाग के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण 25-26 दिसंबर को पहाड़ों में फिर से बर्फबारी हुई, जिसके बाद उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाएं अब मैदानी इलाकों में बह रही हैं। एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों समेत पश्चिमोत्तर भारत के व्यापक हिस्सों में मंगलवार को घने से बेहद घना कोहरा छाया रहा। राष्ट्रीय राजधानी में दृश्यता गिरकर केवल 50 मीटर तक रह गई और सड़क यातायात और ट्रेन की आवाजाही प्रभावित हुई।

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राजस्थान में भी कड़ाके की ठंड का दौर जारी
पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में कोहरा छाया रहा, जहां मंगलवार को भी कड़ाके की ठंड रही। हरियाणा में नारनौल सबसे ठंडा स्थान रहा जहां मौसम केंद्र के मुताबिक पारा सामान्य से चार डिग्री कम एक डिग्री सेल्सियस रहा। पंजाब के बठिंडा में तापमान 1.4 डिग्री सेल्सियस रहा तो अमृतसर में पांच डिग्री व लुधियाना में 6.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। वहीं राजस्थान में भी कड़ाके की ठंड का दौर जारी है जहां बीते सोमवार की रात चुरू में न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

पाइप लाइनों में जम गया पानी
कश्मीर शीतलहर की चपेट में है तथा समूची घाटी में तापमान कई डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया है जिससे पारा शून्य से और नीचे चला गया है। सोमवार रात का न्यूनतम तापमान रविवार रात्रि की तुलना में एक से दो डिग्री तक गिरा है। कड़ाके की सर्दी की वजह से कई इलाकों में पानी की आपूर्ति करने वाली पाइप लाइनों में पानी जम गया है। डल झील का अंदरूनी हिस्सा और घाटी के अन्य जलाशय भी जम गए। उन्होंने बताया कि श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 4.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया है जबकि यहां पारा रविवार रात्रि को शून्य से 3.5 डिग्री सेल्सियस नीचे था।