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दिल्ली: एंबुलेंस वाले मनमाना किराया नहीं वसूल सकेंगे

अब दिल्ली में एंबुलेंस सेवा देने वाली निजी कंपनियां एंबुलेंस के लिए मनमाना किराया नहीं वसूल सकेंगी। दिल्ली सरकार ने एंबुलेंस की अधिकतम दरें घोषित कर दी हैं और निजी एंबुलेंस सेवा देने वालों को उन दरों का पालन करने का निर्देश दिया है।

Kejriwal Govt Caps Fee Charged by Private Ambulance Services- India TV Hindi Image Source : PTI अब दिल्ली में एंबुलेंस सेवा देने वाली निजी कंपनियां एंबुलेंस के लिए मनमाना किराया नहीं वसूल सकेंगी। 

नई दिल्ली: अब दिल्ली में एंबुलेंस सेवा देने वाली निजी कंपनियां एंबुलेंस के लिए मनमाना किराया नहीं वसूल सकेंगी। दिल्ली सरकार ने एंबुलेंस की अधिकतम दरें घोषित कर दी हैं और निजी एंबुलेंस सेवा देने वालों को उन दरों का पालन करने का निर्देश दिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एंबुलेंस सेवा की दरों को लेकर घोषणा की है। दिल्ली में निजी एंबुलेंस के लिए जो नई दरें लागू की हैं उनके तहत सामान्य एंबुलेंस यानि पेशेंट ट्रांस्पोर्ट एंबुलेंस के लिए शुरुआती 10 किलोमीटर के लिए 1500 रुपए और उसके बाद हर किलोमीटर के लिए 100 रुपए दिए जाने की घोषणा की गई है।

इसी तरह बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस के लिए शुरुआती 10 किलोमीटर के लिए 2000 रुपए और इसके बाद हर किलोमीटर के लिए 100 रुपए दर निर्धारित की गई है। एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस के लिए शुरुआती 10 किलोमीटर पर 4000 रुपए देने होंगे और इसके बाद हर किलोमीटर पर 100 रुपए चार्ज लगेगा।

बता दें कि महामारी के इस दौर में कुछ लोगों ने इसे पैसा कमाने का जरिया बना लिया है। कोरोना के गंभीर मरीज की मदद के नाम पर एक एंबुलेंस संचालक ने जो किया उसे देखने के बाद लोगों में गुस्‍सा बढ़ रहा है। कुछ दिन पहले आईपीएस अधिकारी अरुण बोथरा ने देश को हिला देने वाली एक तस्‍वीर शेयर की जो एक एंबुलेंस के बिल की थी। इस बिल की फोटो शेयर करने के साथ उन्‍होंने लिखा कि दिल्ली में 4 किलोमीटर के लिए 10,000 रुपये एंबुलेंस का किराया। दुनिया आज हमें देख रही है, न केवल तबाही बल्कि हमारे नैतिक मूल्य भी।

आईपीएस अधिकारी अरुण बोथरा के बिल का फोटो शेयर करने के बाद कई यूजर्स ने अपना दर्द भी बयां किया। एक यूजर ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान कैसे लूट मची हुई है। इन्होंने लिखा कि इनके पड़ोसी के शव को 5 किलोमीटर दूर श्मशान घाट ले जाने के लिए 22 हजार रुपये तक मांगे गए थे। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि कुछ लोग कोरोना का किस तरह से फायदा उठा रहे हैं।

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