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Hindi News मनोरंजन बॉलीवुड Birthday Special : कभी मैकेनिक का काम करते थे गुलज़ार, इस वजह से फिल्म इंडस्ट्री में हुई एंट्री

Birthday Special : कभी मैकेनिक का काम करते थे गुलज़ार, इस वजह से फिल्म इंडस्ट्री में हुई एंट्री

फिल्म इडंस्ट्री को अपने नायाब नगमों से मदहोश करने वाले गुलज़ार साहब आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। उनकी नज्में, कविताएं, शेरो-शायरी आज भी लोगों को दीवाना बना देती हैं।

Gulzar- India TV Hindi Gulzar

मुंबई: 1968 में रिलीज हुई फिल्म 'आशीर्वाद' के लिए संवाद लिखना हो या फिर हॉलीवुड मूवी 'स्लमडॉग मिलेनियर' का गाना 'जय हो'.. दशकों से अपने हुनर से लोगों का दिल जीत रहे मशहूर गीतकार, कवि, पटकथा लेखक, फिल्म निर्देशक और नाटककार गुलज़ार 18 अगस्त को अपना 84वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। संपूर्ण सिंह कालरा उर्फ गुलज़ार का जन्म 1934 में हुआ था। फिल्म इंडस्ट्री में उन्होंने जो मुकाम हासिल किया है, उसके लिए उन्हें काफी संघर्ष भी करना पड़ा। वह मुंबई में मैकेनिक का काम करते थे, लेकिन उनके शौक ने ही उनकी जिंदगी बदल दी।

गुलज़ार अपने पिता माखन सिंह कालरा की दूसरी पत्नी सुजान कौर की इकलौती संतान हैं। जब वह छोटे थे, तभी उनकी मां का इंतकाल हो गया था। देश के विभाजन के वक्त उनका परिवार पंजाब के अमृतसर में आकर बस गया। इसके बाद गुलज़ार मुंबई आ गए। 

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मुंबई आकर गुलजार ने एक गैरेज में बतौर मैकेनिक काम करना शुरू कर दिया। पैसे कमाने के लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी पड़ी, लेकिन उन्हें बचपन से ही कविताएं लिखने का शौक था। अपने शौक के कारण ही उन्होंने मैकेनिक का काम छोड़ दिया और फिल्म इंडस्ट्री का रुख किया। गुलजार मशहूर फिल्म निर्देशक बिमल राय, ह्रषिकेश मुखर्जी और हेमंत कुमार के सहायक के रूप में काम करने लगे।

Gulzar

गुलज़ार ने एसडी बर्मन की फिल्म 'बंदिनी' से बतौर गीत लेखक अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने कई बेहतरीन गानों के बोल लिखे। उन्होंने बतौर निर्देशक भी हिंदी सिनेमा में योगदान दिया है। इसके अलावा उन्होंने दूरदर्शन पर आए शो 'जंगल बुक' का मशहूर गाना 'जंगल जंगल बात चली है..' भी लिखा था।

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Gulzar

गुलज़ार को निजी जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। उन्होंने तलाकशुदा एक्ट्रेस राखी से शादी की। हालांकि, ये रिश्ता ज्यादा समय तक टिक नहीं सका और बेटी के जन्म से पहले ही दोनों अलग हो गए। दोनों की बेटी मेघना गुलजार एक फिल्म निर्देशक हैं।

Gulzar Wedding pic

84 साल के गुलज़ार को 2004 में भारत के सर्वोच्च सम्मान पद्म भूषण से नवाजा जा चुका है। 2009 में उन्हें 'स्लमडॉग मिलेनियर' के गाने 'जय हो' के लिए सर्वश्रेष्ठ गीत का ऑस्कर अवॉर्ड मिला। इसी गाने के लिए उन्हें ग्रैमी अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।

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