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Hindi News मनोरंजन बॉलीवुड लता मंगेशकर ने पहली बार बताई अपनी बड़ी कमजोरी, नए गायकों को दी ये नसीहत

लता मंगेशकर ने पहली बार बताई अपनी बड़ी कमजोरी, नए गायकों को दी ये नसीहत

लता मंगेशकर का कहना है कि उनकी सबसे बड़ी कमजोरी अब खत्म हो गई है। पहले वो इस कमजोरी के चलते बहुत परेशान हुई हैं। 

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अपनी सुरीली आवाज और गानों songs की बदौलत दुनिया में करोड़ों दिलों पर राज करने वाली स्वर कोकिला लता मंगेशकर lata mangeshkar आज 90वां जन्मदिन मना रही हैं। लता मंगेशकर की खासियत रही कि जितनी सुंदर और मुखर उनकी गायिकी रही, उतनी ही अन्तरमुखी वो सार्वजनिक जीवन में सदैव रहीं। लेकिन शायद पहली बार लता मंगेशकर ने अपने जीवन के कई पहलुओं पर खुलकर बातचीत की। पहली बार लता ने बताया कि किस चीज से उनकी जिंदगी प्रभावित रही और उनकी क्या कमजोरियां रहीं।

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एक खास वार्ता में  लता मंगेशकर ने जन्मदिन की बधाई तो स्वीकार की लेकिन यह कहकर जन्मदिन को खास मानने से इनकार कर दिया कि इसमें स्पेशल क्या है, रोज के दिन की तरह है ये दिन भी। 

जब कहा गया कि ये दिन इसलिए स्पेशल है तो लता ने कहा कि आप ऐसा सोचते हैं तो ये आपका बढप्पन है। मैंने खुद को कभी भी स्पेशल नहीं समझा। 

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सवाल किया गया कि जावेद अख्तर साहब कहते हैं कि आपकी आवाज बिलकुल परफेक्ट है। लेकिन क्या इस परफेक्शन में भी कुछ बेहतर की गुंजाइश है। इस सवाल के जवाब में लता ने सहजता से कहा कि बिलकुल वो ऐसा मानती हैं, उनके कुछ गाने जो बेहतरीन बताए गए, उनमें भी खामियां थी।

आप किस चीज को अपने जीवन में बदलना चाहती हैं? लता ने जवाब दिया - मेरा गुस्सा। उन्होंने स्वीकार किया कि उनका गुस्सा उनके जीवन की सबसे बड़ी खामी रहा। बचपन से वो बहुत गुस्सैल स्वभाव की रही हैं। छोटी छोटी  बातों पर गुस्सा हो जाना और जल्द गुस्सा आना मेरी कमजोरी थी। लेकिन ज्यों ज्यों उम्र बढती गई, गुस्सा कम होता गया। अब मुझे गुस्सा नहीं आता, मुझे आश्चर्य होता है कि कहां गया मेरा क्रोध। 

सफलता को कैसे लेती हैं? ये सवाल लता मंगेशकर जी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेरे माता पिता ने सिखाया कि सफलता को सिर मत चढ़ने दो। उन्होंने मुझे भूलना और माफ करना सिखाया। 

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नए नवेले गायकों को क्या संदेश देना चाहेंगी। इस पर लता ने कहा कि रियाज यानी प्रेक्टिस। जो भी गायक जो गायिकी को लेकर गंभीर है, उसे रियाज जरूर करना चाहिए। आज भी मैं जितना हो सके उतना रियाज करती हूं। 

कुछ सपने जो पूरे नहीं हो पाए? लता मंगेशकर ने कहा कि मुझे फोटोग्राफी और पेंटिंग करना बहुत पसंद है। मेरी इच्छा थी कि मुझे इन रुचियों को पूरा करने का वक्त मिल पाता। 

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